MP News Today: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े भारतीय किसान संघ ने मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान शुरू कर दिया है. गेहूं की उपज का मूल्य प्रति क्विंटल 2700 रुपये और धान की कीमत प्रति क्विंटल 3100 रुपये धान देने की मांग को लेकर जबलपुर सहित राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में आज मंगलवार को भारतीय किसान संघ धरना-प्रदर्शन किया है. इस दौरान जबलपुर के सिविक सेंटर में डॉ मोहन यादव सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए किसानों ने जमकर नारेबाजी की.
मध्य प्रदेश में मोदी की चुनावी गारंटी पूरी न होने से किसान बेहद नाराज हैं. दरअसल, बीजेपी (BJP) की तरफ से विधानसभा चुनावों के दौरान प्रदेश के किसानों से 2700 रुपये प्रति क्विंटल गेंहू और 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी करने का वादा किया गया था.
इसे मोदी की गारंटी नाम दिया गया था और इसकी घोषणा खुद गृह मंत्री अमित शाह ने की थी. सरकार बनने के तीन महीने बाद प्रदेश सरकार को मोदी की गारंटी को याद दिलाने के लिए आज पांच मार्च को भारतीय किसान संघ की तरफ से प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया गया.
कसानों ने क्या की मांग?
भारतीय किसान संघ जबलपुर के जिलाध्यक्ष मोहन तिवारी ने एबीपी लाइव से कहा कि आज का धरना और ज्ञापन सांकेतिक विरोध प्रदर्शन था. इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें किसानों से 2700 रुपये प्रति क्विंटल गेंहू और 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के खरीदने की मांग की गई.
बीजेपी सरकार पर उठाए सवाल
मध्य सरकार की तरफ से इस सीजन के लिए गेंहू का समर्थन मूल्य 2275 रूपये प्रति क्विंटल रखा गया है, जिससे भारतीय किसान संघ भड़क गया है. संघ के प्रदेश महामंत्री चंद्रकांत गौर लगातार कहते आ रहे हैं कि मोदी की गारंटी के नाम पर विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 2700 रूपये प्रति क्विंटल गेंहू के दाम किसानों को देने की बात अपने घोषणा पत्र में कही थी.
इसी प्रकार धान के समर्थन मूल्य 2100 रूपये पर 1000 बढ़ाकर 3100 रूपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया गया था. वहीं,कांग्रेस ने गेहूं का मूल्य 2600 रुपये प्रति क्विंटल देने कहा था.
गौर के मुताबिक मोदी की गारंटी के नाम पर किसानों ने बीजेपी को वोट दिया. इसके बाद मध्य प्रदेश में एक बार फिर सरकार बन गई. शिवराज सिंह चौहान की जगह पार्टी ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया. लेकिन,चुनाव जीतने की बात बीजेपी और डॉक्टर मोहन यादव की सरकार किसानों के लिए मोदी की गारंटी को भूल गई.
इसी वजह से अब प्रदेश का अन्नदाता भारतीय किसान संघ के बैनर तले मोदी की गारंटी के नाम पर घोषित गेहूं का मूल्य 2700 और धान का मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल लेने के लिए आंदोलन की राह पर चल पड़ा है.
बीजेपी से अन्नदाता नाराज
भारतीय किसान संघ के प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल ने एबीपी लाइव को बताया कि संघ के कार्यकर्ताओ ने गांव-गांव जाकर जनजागरण अभियान शुरू कर दिया है. चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई है. पहले जिला मुख्यालयों में वृहद स्तर पर प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जायेगा.
इसके बाद भी यदि मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन के अगले चरण की घोषणा की जाएगी.उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी को राज्य की मोहन यादव सरकार लागू करने की मंशा नहीं दिखा रही है. इसलिए अन्नदाता नाराज हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन से अपना हक लेकर रहेगा.
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