MP Assembly Election 2023: चुनावी साल 2023 मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार को टेंशन देनेवाला साबित हो रहा है. एक आंदोलन खत्म होने के बाद दूसरे आंदोलन की शुरुआत हो जाती है. प्रदेश में बीते दिनों संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का आंदोलन खत्म होने के बाद राजधानी भोपाल में करणी सेना परिवार सड़क पर उतर गया. करणी सेना के शक्ति प्रदर्शन से घबराई सरकार ने जैसे-तैसे आंदोलन समाप्त कराया. अब भीम आर्मी (Bhim Army) के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने मध्यप्रदेश सरकार को चैलेंज कर दिया है. उन्होंने राजधानी भोपाल (Bhopal) में 12 फरवरी को बड़ा आंदोलन करने का एलान किया है.
गृहमंत्री के गढ़ मुरैना में गरजे चंद्रशेखर आजाद
बता दें कि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) का गढ़ मुरैना है. मुरैना में बीते दिनों आमसभा का आयोजन किया गया. आमसभा में आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद शामिल हुए. उन्होंने आमसभा में मध्यप्रदेश की बीजेपी (BJP) सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया.
चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार दलितों का अपमान कर रही है. उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को भोपाल में आंदोलन है. उन्होंने कहा कि हम ना किसी को गाली देते हैं और ना किसी समाज के खिलाफ कुछ बात करते हैं. हम बाबा साहब अंबेडकर के अनुयायी संविधान को मानते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को चुनौती देते हुए कहा कि आप कितनी ही फोर्स लगा लेना, आप फ्लाइट कैंसिल करा देना, आप ट्रेन कैंसिल करा देना, भोपाल में पैर रखने की जगह नहीं मिलेगी.
दो दिन पहले खत्म हुआ आंदोलन
बता दें कि अभी दो दिन पहले ही राजधानी भोपाल में करणी सेना परिवार का आंदोलन खत्म हुआ है. आठ जनवरी से करणी सेना परिवार राजधानी भोपाल में डटा था. करणी सेना परिवार के प्रदेश अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर की अगुवाई में जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन किया गया. चार दिनों तक चले आंदोलन के आगे प्रदेश सरकार को झुकना पड़ा. शिवराज सरकार ने करणी सेना परिवार की 21 में 18 मांगों पर सहमति जता दी है.