Kubereshwar Dham: पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ भीम आर्मी का प्रदर्शन, लगातार उठ रही FIR दर्ज करने की मांग
Bhim Army Protest: भीम आर्मी ने पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के तहत केस दर्ज करने की मांग कीक है. इसको लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस थाने में ज्ञापन भी दिया गया है.
Bhim Army Protest Against Pandit Dhirendra Krishna Shastri: सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने बीते साल नर्मदापुरम में भजन के दौरान संविधान बदलने की बात कही थी, उसी को लेकर सीहोर के आष्टा में भीम आर्मी ने जमकर प्रदर्शन किया. संयुक्त मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन के दौरान थाने के बाहर आकर पुलिस अफसरों ने भीम आर्मी के पदाधिकारियों से ज्ञापन लिया. ज्ञापन के माध्यम से भीम आर्मी ने सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग की है.
भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग पर विरोध
बता दें कि भीम आर्मी सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. एक दिन पहले 26 फरवरी को सीहोर जिले की आष्टा तहसील में भीम आर्मी ने पंडित मिश्रा के विरोध में प्रदर्शन किया. स प्रदीप मिश्रा ने नर्मदापुरम में बीते साल 2022 में तीन मई से नौ मई तक कथा आयोजित की थी. कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने एक भजन के माध्यम से भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग की थी. पंडित मिश्रा ने कहा था कि संविधान को बदलकर हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे, इस बात के लिए वे लोगों को जागरूक करेंगे.
सोने की चिड़िया को शेर बनाना है
बता दें कि नर्मदापुरम में आयोजित कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यास पीठ से ही भजन गाते हुए कहा कि सोने की चिड़िया को अब सोने का शेर बनाना है. संविधान को बदलो हम को हिन्दू राष्ट्र बनाना है. ओ जय हो हिन्दुस्थान... मेरे प्यारे हिन्दुस्तान. पंडित मिश्रा के इस भजन के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने विरोध शुरू कर दिया था. पंडित मिश्रा पर एफआईआर दर्ज करने सहित गिरफ्तारी की मांग भी उठी थी.
कथा पर प्रतिबंध लगाने की मांग
संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के निवासी कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने सार्वजनिक मंच से भारतीय राष्ट्रीय एकता के प्रतीक विश्व के सबसे महान संविधान को बदलने की मांग कर हमारे देश के संविधान का अपमान किया है. जो संविधान सभी जाति, धर्म एवं वर्गों के लोगों को समानता का अधिकार देता है, जिसका अनुसरण कर हमारे भारत देश की समस्त वैधानिक गतिविधियों का संचालन किया जाता है. कथा के दौरान भरी सभा में हजारों लोगों के बीच ऐसे संविधान को बदलने की बात कहकर प्रदीप मिश्रा ने हमारे देश के संविधान का अपमान किया है.
इस कृत्य से उक्त व्यक्ति की मंशा समाज व देश में नफरत, द्वेष व अशांति फैलाने की प्रतीत होती है. पंडित प्रदीप मिश्रा ने सार्वजनिक रूप से की गई संविधान बदलने से संबंधित टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. देश के संविधान को मानने एवं उसमें आस्था व विश्वास रखने वाले करोड़ों लोगों के साथ हमारी भावना को गंभीर ठेस पहुंची है, जिससे समाज में आक्रोश है.
देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजें
संयुक्त मोर्चा की ओर से मांग की गई है कि राष्ट्रहित में भारतीय संविधान के सम्मान एवं गरिमा को बनाए रखने के लिए संविधान विरोधी मानसिकता रखने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध द्वेष, अशांति व नफरत फैलाने को लेकर राष्ट्र्रद्रोह का प्रकरण दर्ज किया जाए. साथ ही पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा वाचक के कार्यक्रमों पर बैन लगाया जाए, इसके साथ ही अवैध तरीके से एकत्र की गई सम्पत्ति पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ से जांच कराई जाए एवं रासुका के अंतर्गत पंडित प्रदीप मिश्र को केन्द्रीय कारागार में बंद किया जाए.
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