Bhind: अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस बल के साथ पहुंचे भिंड के DM ने खोया आपा, व्यापारियों से बोले- 'मारो मुझे गोली', जानें पूरा मामला
अतिक्रमण हटाने के लिए भारी पुलिस बल के साथ रविवार को शहर के मुख्य सदर बाजार पहुंचे भिंड कलेक्टर सतीश कुमार अपना आपा खो बैठे. वहीं पुलिस की कार्रवाई से व्यापारियों भारी नाराजगी देखी गई.
Removal Of Encroachment In Bhind: व्यापारियों से बार-बार गोली मारने की बात कहने वाले कोई और नहीं बल्कि भिंड (Bhind) कलेक्टर सतीश कुमार (IAS Satish Kumar) हैं. दरअसल कलेक्टर सतीश कुमार रविवार को शहर के मुख्य सदर बाजार में अतिक्रमण (Encroachment) हटाने के लिए भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे थे.
कलेक्टर के काफिले में नगर पालिका अमले के कुछ सदस्य भी शामिल थे. लेकिन आरोप है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस की जबरदस्ती से व्यापारी नाराज हो गए. देखते ही देखते व्यापारियों की भीड़ इकट्ठा हो गई जिसे देख कलेक्टर सतीश कुमार अपना आपा खो बैठे और व्यापारियों से कहने लगे कि मारो मुझे गोली- मारो मुझे गोली.
बाजार में मच गई अफरातफरी
ये सुन पूरे बाजार में अफरातफरी का माहौल बन गया. कई व्यापारियों ने खुद अपने टीनशेड निकालने की कोशिश की, लेकिन उन्हें वक्त नहीं दिया गया और जेसीबी मशीन के जरिए तोड़फोड़ शुरू कर दी गई. बात यहीं खत्म नहीं हुई.व्यापारियों में इस बात का भी विरोध था कि अतिक्रमण के नाम पर सिर्फ टीनशेड तोड़े गए, जबकि कई लोगों ने अपने स्थायी पक्के अतिक्रमण कर रखे थे जिन्हें बिना कार्रवाई छोड़ दिया गया.
इस तरह की दोहरी कार्रवाई का विरोध करते हुए किसी आक्रोशित व्यापारी ने जेसीबी मशीन पर पत्थर फेंक दिया जो ड्राइवर को लगा इसके बाद तो जैसे पुलिस को छूट मिल गयी. एसपी के सामने ही पुलिस कर्मियों ने व्यापारियों को घरों से खींच-खींचकर निकाला और दुकानों के जबरदस्ती सटर बंद कर दिये.
व्यापारियों के साथ धरने पर बैठे पूर्व सांसद
पुलिस द्वारा लाठी डंडों का इस्तेमाल किया गया. इस तरह की अफरा तफरी के बाद सदर बाजार में धारा 144 लगा दी गयी. मौके पर पहुंचे पूर्व सांसद रामलखन सिंह कुशवाह ने भी व्यापारियों की ओर से समय मांगने के लिए कलेक्टर से निवेदन किया, लेकिन कलेक्टर ने उन्हें भी लौटा दिया, जिसके बाद पूर्व सांसद व्यापारियों के साथ धरने पर बैठ गए. हालांकि इसका कोई असर दिखाई नहीं दिया. प्रशासन ने अपनी कार्रवाई जारी रखी.
व्यापारी संघ का आरोप है कि बिना पूर्व सूचना प्रशासन ने इस तरह की कार्रवाई की है जो अनुचित है. इस तरह उनका नुकसान किया गया है. बात करने और अपना अतिक्रमण हटाने का समय मांगने के बावजूद भी समय ना देते हुए उनके टीनशेड तोड़े गए. वहीं इस मामले पर कलेक्टर ने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया.
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