Bhind District Hospital News: भिंड (Bhind) के जिला अस्पताल में कांग्रेस जिला महामंत्री ने डॉक्टर पर बदतमीजी करने के आरोप लगाये. जिसके बाद अस्पताल में जोरदार हंगामा हुआ. इसी अस्पताल में कांग्रेस के इस नेता के पिता भी फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं. महामंत्री ने अपने पिता पर भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की.
भिंड जिला अस्पताल परिसर में उस समय हंगामे की स्थिति बन गई जब आईसीयू में भर्ती एक मरीज की स्थिति जानने आए कांग्रेस के जिला महामंत्री को मेडिसिन के डॉक्टर विनीत गुप्ता ने बेइज्जत करते हुए बाहर निकाल दिया. बाहर निकलते ही कांग्रेस महामंत्री राहुल सिंह कुशवाह (Rahul Singh Kushwaha) ने सिविल सर्जन को अस्पताल केम्पस में रोक कर जमकर फटकार लगाई. साथ ही डॉ विनीत गुप्ता पर 300 रुपये फीस लेकर अस्पताल समय में प्राइवेट क्लीनिक पर दिखाने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया. इसके अलावा डॉक्टरों द्वारा मरीजों और उनके साथ आये अटेंडरों से लगातार बदतमीजी से पेश आने का आरोप भी लगाया.
चिल्ला-चिल्ला कर लगाया आरोप
कांग्रेस जिला महामंत्री राहुल सिंह कुशवाह का कहना था कि अगर कोई भी अटेंडर डॉक्टर से किसी बात को लेकर तर्क-वितर्क करने की कोशिश करता है तो डॉक्टर तुरंत ही पुलिस बुलाकर उसके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और अन्य धाराओं में मामला दर्ज करा देते हैं. मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन पर बड़े घोटाले करने का आरोप चिल्ला-चिल्ला कर लगाया. जिसके चलते अस्पताल परिसर में भीड़ इकट्ठा हो गई. कांग्रेस महामंत्री राहुल कुशवाहा ने सिविल सर्जन के पास ही खड़े अपने पिता रामा सिंह कुशवाहा (फार्मासिस्ट) को भी भ्रष्टाचार में लिप्त बताते हुए उन पर भी कार्रवाई की मांग सिविल सर्जन से कर डाली.
राहुल सिंह कुशवाहा का यह भी कहना था कि जिला अस्पताल में हर जगह चाहे वह जांच हो दवाइयां हो या अन्य मामले सब में डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन का कमीशन फिक्स रहता है. मंत्री ने कमीशन खोरी और भ्रष्टाचारी का पोल बहुत जल्दी खोलने की बात कही.
सिविल सर्जन ने आरोपों के निरधार बताया
सिविल सर्जन डॉ अनिल गोयल ने जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी के आरोपों को निराधार बताया. साथ ही डॉ विनीत गुप्ता की शिकायत को सही मानते हुए कहा कि उनको पहले भी इस प्रकार की हरकतों के लिए नोटिस दिया जा चुका है. आज की हरकत के लिए भी उनको एक बार फिर से नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा.
जिला अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात रामा सिंह कुशवाहा से जब अपने ही बेटे द्वारा कमीशन खोरी के आरोपों के बारे में जानना चाहा तो उनका कहना था कि वह ऐसे पद पर ही तैनात नहीं है जहां कोई कमीशन खोरी की जा सके. उन्होंने अपने बेटे के आरोपों को निराधार बताया.
MP: सिंगरौली में खेत में पहुंचा पांच फीट लंबा मगरमच्छ, 6 घंटे के रेस्क्यू के बाद वन विभाग ने पकड़ा