Madhya Pradesh News: ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने भिंड (Bhind) के भजपुरा इलाके में पटवारी मेवाराम शर्मा को पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार पटवारी द्वारा अजय जयंत नाम के युवक से प्लॉट नामांतरण के मामले में दबाव बनाकर रुपयों की मांग की जा रही थी. इसकी शिकायत पीड़ित युवक ने लोकायुक्त से की थी. पीड़ित अजय जयंत ने बताया कि भजपुरा में उसके नाना ससुर का प्लॉट था. इसका नामांतरण होना था लेकिन भजपुरा हल्का नंबर 22 पर पदस्थ पटवारी मेवाराम शर्मा काम करने की जगह पिछले डेढ़ महीने से टालमटोली कर रहे थे.
1 लाख 40 हजार में बात सेटल हुई
वहीं बार-बार उनसे पूछा गया तो उन्होंने दो लाख रुपये रिश्वत की मांग की लेकिन पीड़ित ने जब उनसे अपनी माली हालत का हवाला दिया.ऐसे में एक लाख 40 हजार रुपये में बात सेटल हुई और आरोपी पटवारी ने पैसा तीन किस्तों में देने की बात कही. पीड़ित ने बताया कि वह पहले 20 हजार रूपये पटवारी को दे चुका था. पटवारी की मांग से परेशान होकर पीड़ित अजय जयंत ने अपने मित्र की सलाह पर ग्वालियर लोकायुक्त से संपर्क किया. शुक्रवार सुबह पचास हजार रुपये देने के दौरान आरोपी को ट्रैक कराने में मदद की.
लेनदेन की बात रिकॉर्ड
कार्रवाई करने के लिए ग्वालियर से पहुंची लोकायुक्त टीम के इंस्पेक्टर ब्रजमोहन सिंह नरवरिया ने बताया कि 17 अक्टूबर को पीड़ित अजय जयंत ने हल्का पटवारी मेवाराम शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार और रिश्वत की मांग किए जाने की शिकायत की थी. इसके बाद शिकायत का सत्यापन कराने के लिए लोकायुक्त पुलिस का एक कर्मचारी फरियादी अजय जयंत के साथ पहचान छिपाकर आरोपी पटवारी से मिला. जहां दोनों के बीच हुए पैसे के लेनदेन की बातचीत को टेप रिकॉर्डर की मदद से रिकॉर्ड किया गया.
50 हजार लेते रंगे हाथों पकड़ा
वहीं शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त टीम ने उक्त पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. साथ ही शुक्रवार सुबह 9:00 बजे टीम भिंड के भारौली रोड बाईपास स्थित आरोपी के घर के बाहर दबिश देकर लोकायुक्त पुलिस ने पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है. जब आरोपी के हाथ धुलवाए गए तो नोटो पर लगे केमिकल की वजह से पानी का रंग लाल हो गया. आरोपी को ट्रैप करने के बाद लोकायुक्त पुलिस सीधा पटवारी को लेकर सिटी कोतवाली थाने पहुंची जहां कार्रवाई जारी है.