Nurse Murder Case in Bhind: भिंड जिला अस्पताल में नर्स की गोली मारकर हत्या का मामला गरमा गया है. नर्सों ने हाथों में तख्ती लेकर अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. आक्रोशित नर्सों ने शव लेकर जा रहे वाहन को रोक दिया. उन्होंने खुद की सुरक्षा और मृतक को इंसाफ दिलाने की मांग की. इस दौरान पुलिसकर्मियों से नर्सों की बहस भी हुई. उन्होंने सुरक्षा नहीं मिलने पर सामूहिक ट्रांसफर की मांग की.
नर्सों ने कहा कि ड्यूटी करने आए हैं, गोली खाने नहीं. विरोध में जिला अस्पताल की नर्सिंग स्टाफ धरने पर बैठ गईं. भिंड जिला अस्पताल के न्यू आईसीयू वार्ड में ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग ऑफिसर नेहा चंदेला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
नर्स की हत्या के विरोध में धरने पर बैठा स्टाफ
गुरुवार देर रात भी नर्सिंग स्टाफ धरने पर बैठा था. हालांकि प्रबंधन की समझाइश के बाद वापस चले गए थे. सुबह होते ही एक बार फिर हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर आरोपी को फांसी की सजा और अस्पताल में तैनात स्टाफ की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए धरने पर बैठ गईं. नर्सिंग स्टाफ की मांग है कि सुरक्षा संबंधित उपायों में दो लोगों की ड्यूटी एक साथ लगाई जाए. अस्पताल गेट पर मेटल डिटेक्टर, स्कैनिंग मशीन के साथ-साथ तमाम सुरक्षा संबंधित उपायों को रखा जाए. अस्पताल प्रबंधन मामले से पल्ला झाड़ कर काम पर वापस जाने का दबाव डाल रहा है.
सुरक्षा और मृतक के लिए इंसाफ की मांग की
हालांकि नर्सिंग स्टाफ सुरक्षा संबंधित उपायों को पूरा होने तक धरने पर बैठे रहने के लिए अडिग हैं. नेहा चंदेला का शव लेने भिंड पहुंचा भाई एंबुलेंस में मंडला के लिए ले गया. नेहा चंदेला के भाई का कहना है कि बीते कई दिनों से बहन को परेशान किया जा रहा था. इसकी सूचना बहन ने फोन पर दी थी. मृतक के भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल प्रबंधन की तरफ से बहन की मौत की सूचना नहीं दी गई. चंदेला का होनेवाले पति ने टीवी पर समाचार देख कर फोन किया. उसने अस्पताल प्रबंधन को फोन लगाकर वारदात की जानकारी ली.