Sanatan Dharma Maha Sammelan: मध्य प्रदेश के चंबल अंचल के प्रसिद्ध ऐतिहासिक धार्मिक स्थल रघुनाथ मंदिर खनेता धाम में सनातन धर्म के महा सम्मेलन की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. इन तैयारियों में मंदिर कमेटी के अलावा पुलिस प्रशासन और अंचल के लोग जी जान से मेहनत कर रहे हैं. यह महा सम्मेलन मध्य प्रदेश में पहला ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है. इसमें एक ही मंच पर चारों पीठाधीश्वर शंकराचार्य के अलावा तीन दर्जन से अधिक देश के महान विद्वान विभूतियां शिरकत करेंगे. कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक जगह दो लाख से अधिक धर्म प्रेमी श्रोताओं के बैठने के लिए विशाल पंडाल की व्यवस्था की जा रही है.
वहीं कार्यक्रम स्थल पर 108 कुंडी 9 मंजिली यज्ञशाला का निर्माण किया गया है. वहीं प्रतिदिन 50 हजार से एक लाख लोगों के खाने की व्यवस्था की जा रही है. कार्यक्रम स्थल पर प्रतिदिन दो लाख से अधिक धर्म प्रेमियों के पहुंचने की संभावना प्रशासन ने पहले ही जताई है और उसी अनुरूप तैयारियां की जा रही है. आपको बता दें कि खनेता धाम में स्थित रघुनाथ मंदिर 700 साल से अधिक पुराना है. इस मंदिर में राम जानकी रघुनाथ के रूम में विराजे हुए हैं. इनकी महिमा और ख्याति इतनी है कि बीते सालों यहां के पूर्व महंत विजय रामदास के समय में महाराज विनोबाजी जेसे विलक्षण प्रतिभा साली महान विभूति और कई शंकराचार्य यहां पर अपने प्रवचन कर चुके हैं.
पूरा गांव बना मेजबान
भिंड जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर और ग्वालियर से 30 किलोमीटर दूर हाईवे 719 से इंडोरी गांव मार्ग पर खनेता धाम गोहद तहसील में पड़ता है. खनेता गांव की आबादी लगभग तीन हजार है. गांव के सभी व्यक्ति इस कार्यक्रम की तैयारियों में लगे हुए हैं. तैयारियां भी ऐसी कि गांव में होने वाले कार्यक्रम के लिए पूरा गांव उत्साहित होने के साथ-साथ मेजबान बना हुआ है. गांव में आने वाले धर्म प्रेमियों के लिए रुकने की व्यवस्था के लिए ग्रामीणों ने तखत, चारपाई, रजाई गद्दे कंबल बेडशीट, तकिए, कुर्सियां हजारों की तादात में खरीदे हैं, जिससे कि आने वाले मेहमानों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो. वहीं गांव के युवा गांव की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिए हुए हैं. युवाओं की टोली गांव में गंदगी और नालियों की सफाई कर रहे हैं.
अस्थाई हेलीपैड का भी निर्माण
इतनी बड़े भावी आयोजन को देखते हुए जिला प्रशासन वीवीआईपी और राजनैतिक हस्तियों के आगमन को देखते हुए अस्थाई हेलीपैड का भी निर्माण करा रही है. 50 हजार से एक लाख तक के लोगों के लिए बनने वाले भोजन प्रशादी के लिए लकड़ी चिराई के लिए यज्ञशाला के पीछे आरा मशीन लगाई गई है, जिससे हजारों क्विंटल लकड़ियां काटी जा सके. साथ ही विशाल गोदाम बनाया गया है जिसमें हजारों क्विंटल आटा, डालडा, रिफाइंड मसाले, दोना, पत्तल, गिलास और प्रतिदिन बनने वाली सब्जियां एकत्रित की जा रही है. कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन ने 50 से अधिक पानी के टैंकर, पानी की टंकी, सड़क का चौड़ीकरण, साफ सफाई,बिजली व्यवस्था, पुलिस व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, मंदिर तक पहुंचने के लिए सिंगल रास्ता होने के कारण प्रशासन बनवे व्यवस्था रखी है.
प्रशासन व्यवस्थाओं को लेकर सतर्क
दरअसल, दंदरौआ धाम मंदिर पर बीते दिनों आयोजित हुई बागेश्वर महंत वीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा में उमड़ी विशाल भीड़ को देखते हुए प्रशासन इस बार काफी सतर्क है. यहां किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसलिए सभी बिंदुओं पर पहले से विचार कर तैयारी की जा रही है. पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर बीते 1 महीने में 4 से 5 खनेता में मीटिंग कर चुके हैं. वहीं मंदिर प्रबंधन बाहर से आने वाले कथा श्रोताओं के लिए टीन शेड के एक सैकड़ा से अधिक कमरों का निर्माण और उनमें रहने की संपूर्ण व्यवस्था करा रहा है. साथ ही राजस्थान के कारीगरों द्वारा आकर्षक 9 मंजिला विशाल यज्ञशाला का निर्माण भी करवाया जा रहा है.