Satpura Bhavan Fire: 17 घंटों तक जलता रहा शिवराज सरकार का सतपुड़ा भवन, 12 हजार फाइलें हुईं जलकर खाक
Satpura Bhavan: मुख्यमंत्री शिवराज ने घटना की जानकारी फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी दी है. मुख्यमंत्री घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
Satpura Bhavan Fire News: भोपाल (Bhopal) स्थित प्रदेश के सबसे बड़े प्रशासनिक भवनों में से एक सतपुड़ा भवन के अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास परियोजना कार्यालय में सोमवार को चार बजे आग लग गई. इसके बाद आग की लपटों में धीरे-धीरे पूरा सतपुड़ा भवन आ गया. शुरुआती जानकारी के अनुसार, भवन के तीसरे तल के एसी में स्पारकिंग होने और कंप्रेसर में भयंकर ब्लास्ट होने से पूरी ऐसी लाइन आग की चपेट में गई और तल पर लगे सभी एसी के कंप्रेसर ब्लास्ट करने लगे.
तीसरे तल में लगी आग धीरे-धीरे आठवीं मंजिल तक पहुंच गई. इस आग की लपटों ने कई विभागों के प्रमुख कार्यालयों को अपनी चपेट में ले लिया, जिसके चलते कई महत्वपूर्ण कार्यालयों की महत्वपूर्ण फाइलें और दस्तावेज जलकर खाक हो गए. आग की लपटें देख पूरे सतपुड़ा भवन में भगदड़ का माहौल बन गया और लोग कार्यालय छोड़कर भागने लगे. चारों तरफ भीड़ का मंजर नजर आने लगा. वहीं 17 घंटे बाद मंगलवार को सुबह सात बजे तक सतपुड़ा भवन की आग को पूरी तरह काबू में कर लिया गाया.
50 फायर, 200 टैंकर पानी से बुझी आग
सूत्र बताते हैं कि लगभग 12 से 13 हजार फाइलें इस आग की भेंट चढ़ गईं, जिसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा महकमा पूरी तरह जलकर राख हो गया. नगर निगम भोपाल, दमकल विभाग की टीमें और पुलिस प्रशासन लगातार बीते 15-16 घंटों से सतपुड़ा भवन में लगी आग को रोकने में लगा रहा. यही नहीं प्रशासन की ओर से भोपाल फायर स्टेशन से लेकर आसपास के क्षेत्रों रायसेन, सीहोर, मंडीदीप, बैरागढ़ आदि स्थानों से भी बड़ी मात्रा में फायर ब्रिगेड की टीमें बुलाई गईं. आग पर काबू पाने के लिए लगभग 50 से अधिक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और 200 के लगभग पानी टैंकर आग बुझाने की व्यवस्था में लगे रहे. साथ ही दमकल कर्मियों के साथ इंदौर से विशेष ट्रेंड फायर ऑफिसर भी आग बुझाने के लिए सतपुड़ा भवन पहुंचे.
विपक्ष ने शुरू की राजनीति
इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज ने घटना की जानकारी फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी दी है. मुख्यमंत्री घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. साथ ही साथ मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंचकर स्थितियों का जायजा लिया. वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सतपुड़ा भवन में घटी इस भीषण आग त्रासदी में भी अवसर तलाश रहा है. कांग्रेस के कई नेता बड़े घोटाले को दबाने की आशंका के चलते आग लगने या लगाने की बात कह रहे हैं. मध्य प्रदेश के कद्दावर कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने भी सतपुड़ा भवन में आग लगने की घटना में राजनीति की आशंका व्यक्त की है.
'आग लगी समझों सरकार गई'
यादव ने अपने ट्वीट में लिखा कि प्रियंका गांधी ने जबलपुर में विजय शंखनाद रैली में घोटालों को लेकर हमला बोला. इसके बाद ही सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई, जिसमें महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गई हैं. कहीं ये आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साजिश तो नहीं है. यह आग मध्य प्रदेश में बदलाव के संकेत दे रही है. वहीं मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने भी कहा "किसी भी राज्य में चुनाव से पहले सरकारी रिकॉर्ड भवन में अगर आग लग जाए तो समझो सरकार गई. सबूत मिटा दिए गए हैं. सीएम शिवराज और उनकी सरकार की चला चली की बेला है." वहीं कांग्रेस के कई और अन्य नेता इस घटना में विशुद्ध रूप से राजनीति होने की बात कह रहे हैं.
कई बड़े नेताओं का मानना है कि चुनाव के पहले इतने महत्वपूर्ण कार्यालय में अचानक आग लगना और आग में हजारों की संख्या में फाइलों का जलना किसी साजिश का अंदेशा व्यक्त कर रही हैं. कांग्रेस के प्रवक्ता और मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने तो यहां तक कह दिया कि मैंने तो 15 दिन पहले ही आशंका जाहिर की थी कि अब प्रदेश के कार्यालयों में आग लगने का अभियान शुरू होगा.
गिद्ध रूपी से है कांग्रेस का चरित्र
स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी ने वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी बनाई है, जो जांच में सब स्पष्ट कर देगी. साथ ही बीजेपी मीडिया प्रभारी ने कहा है कि कांग्रेस हमेशा दुर्घटनाओं पर राजनीति करती है कांग्रेस का चरित्र ही गिद्ध रूपी है, जिसे लाशों पर राजनीति करने में मजा आता है.