Bhojshala Survey: भोजशाल में ASI सर्वे का पांचवा दिन, पूजा अर्चना के लिए पहुंचे हिंदू समुदाय के लोग
Bhojshala ASI Survey: एमपी हाईकोर्ट के निर्देश पर एएसआई 22 मार्च भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे कर रही है. कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली और भोपाल की एएसआई की टीम भोजशाला के 50 फीट के दायरे में सर्वे करेगी.
Bhojshala ASI Survey News: मध्य प्रदेश के धार स्थित भोजशाला में आज यानी मंगलवार (26 मार्च) को एएसआई सर्वे का पांचवां दिन है. आज मंगलवार होने की वजह से हिन्दू श्रद्धालु भोजशाला पहुंचकर पूजा अर्चना कर रहे हैं और महिलाएं भजन कर रही हैं. पूजा अर्चना के बीच ही सर्वे कार्य भी जारी है. एएसआई के सर्वे के दौरान हिन्दू और मुस्लिम दोनों पक्ष के प्रतिनिधि मौजूद हैं.
बता दें, मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के आदेश पर भोजशाला में वैज्ञानिक सर्वे किया जा रहा है. सर्वे का मंगलवार (26 मार्च) को पांचवां दिन है. दिल्ली और भोपाल के एएसआई के अफसरों की सर्वे टीम आज सुबह 7 बजे भोजशाला पहुंची और सर्वे का काम शुरू कर दिया.
#WATCH | Hindus devotees after performing puja at the Bhojshala complex in Dhar of Madhya Pradesh
— ANI (@ANI) March 26, 2024
As per an arrangement in 2003, Hindus perform puja at the complex on Tuesdays from sunrise to sunset while Muslims offer namaz on Fridays from 1 pm to 3 pm. pic.twitter.com/tN2vxNW3OO
पूजा अर्चना के बीच सर्वे
इससे पहले सर्वे की कार्रवाई के दौरान शुक्रवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज अदा की थी, जबकि आज मंगलवार को पूजा अर्चना के साथ सर्वे कार्य भी किया जा रहा है. मंगलवार होने के चलते आज हिन्दू समाज के लोग भोजशाला पहुंच रहे हैं और पूजा अर्चना के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ भी कर रहे हैं.
सर्वे में गोपनीयता
भोजशाला सर्वे कार्य में पूरी तरह से गोपनीयता बरती जा रही है. दो दिन से भोजशाला के पिछले हिस्स में खुदाई करते हुए मिट्टी हटाई गई. आज इसी काम को आगे बढ़ाया जा रहा है. सुरक्षा के इंतजामों में बदलाव किया गया है, व्यू कटर भी लगाया गया है, जिससे किसी भी तरह की गतिविधि सार्वजनिक नहीं हो पाए, इसके अलावा पर्दे भी लगाए गए हैं.
क्या है विवाद?
धार स्थित भोजशाल को हिंदू पक्ष इसे वाग्देवी (सरस्वती) मंदिर होने का दावा कर रहा है, जबकि मुस्लिम पक्ष इसे कमाल मौला मस्जिद बता रहा है. बढ़ते विवाद को देखते हुए साल 2003 में भोजशाला में प्रवेश को लेकर एक नियम तय किया गया. इसके तहत हर मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक हिंदु समुदाय को पूजा अर्चना की इजाजत दी गई, जबकि मुस्लिम समुदाय को हर शुक्रवार को दोपहर 1 से 3 बजे तक यहां पर जुमा की नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई.
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