Bhojshala: धार की भोजशाला मामले में SC ने खारिज की मुस्लिम पक्ष की याचिका, नमाज के लिए रुका सर्वे
Bhojshala Survey: धार की भोजशाला में शुक्रवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम ने सुबह 6 बजे ही सर्वे शुरू कर दिया था. लेकिन, जुमे की नमाज के चलते दोपहर 12 से 4 बजे तक के लिए सर्वे रोक दिया गया.
Bhojshala ASI Survey: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम द्वारा धार स्थित भोजशाला में सर्वे किया जा रहा है. दिल्ली और भोपाल से आई टीमों के द्वारा सर्वे किया जा रहा है. वहीं मुस्लिम पक्ष की ओर से सर्वे पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी. उस अर्जेंट हियरिंग वाली मांग को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है. इसके साथ ही आज जुमे की नमाज को देखते हुए 12 बजे से सर्वे कार्य रोक दिया गया है, जो शाम 4 बजे से फिर शुरू होगा.
भोजशाला सर्वे मामले में मुस्लिम पक्ष ने 16 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर कोर्ट ने 1 अप्रैल को सुनवाई की तारीख दी थी. जिसके बाद आज सर्वे शुरू होने के कारण मुस्लिम पक्ष ने अर्जेट हियरिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया.
सर्वे के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
वहीं भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा सर्वे के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. धार एसपी मनोज सिंह ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंजताम हैं. हमारी मॉनीटरिंग टीम द्वारा सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है. भोजशाला से संबंधित मैसेज, पोस्ट पर प्रतिबंध है. एसपी मनोज सिंह ने बताया कि भोपाल से पुलिस बल बुलाया गया है.
सुबह 6 बजे से जारी सर्वे
हाईकोर्ट की इंदौर बैंच के आदेश पर धार स्थित भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे कार्य जारी है. दिल्ली और भोपाल से आई अफसरों की टीम द्वारा भवन का निरीक्षण किया गया. जबकि 60 कैमरों की मदद से निगरानी की जा रही है. भोजशाला में सर्वे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. भोजशाला में एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकलवार, सीएसपी, तीन डीएसपी, आठ थाना प्रभारी सहित 175 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं. शहर की ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों पर भी पुलिस की तैनात की गई है. शहर में 25 चौराहों पर पुलिस के फिक्स पाइंट बनाए गए हैं.
ज्ञान व्यापी की तर्ज पर हो रहा हैं सर्वे
हिन्दू संगठन के वकील शिरीष दुबे ने बताया कि ज्ञान व्यापी की तर्ज पर भोजशाला में भी हाईकोर्ट के निर्देश के बाद ASI का वैज्ञानिक सर्वे शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि किस तरीके से 2022 में हिंदू करंट फॉर जस्टिस थे यह मामला कोर्ट में दिया था किन आधारों पर सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई कि राजा भोजशाला का आर्कियोलॉजिकल सर्वे किया जाए. 6 सप्ताह में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया को सर्वे करके रिपोर्ट देनी है.
दोनों पक्षों की मौजूदगी में होना था सर्वे
वकील शिरीष दुबे ने कहा कि सर्वे दोनों पक्षों की मौजूदगी में होना था लेकिन मुस्लिम पक्ष अभी तक नहीं पहुंचा है जिला प्रशासन ने मुस्लिम पक्ष को सूचना दे दी थी. हिंदू फोंट फॉर जस्टिस ने इंदौर हाईकोर्ट 2 में 2022 को भोजशाला के पूर्ण आधिपत्य के लिए याचिका दायर की थी. 11 मई 2022 को कोर्ट ने हिंदू फ्रंट और जस्टिस की मांग को स्वीकार लिया और सभी प्रतिवादियों को नोटिस भेजे थे.
5 फरवरी 2024 हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की ओर से भोजशाला के वैज्ञानिक सर्वे के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को निर्देशित करने के लिए इंदौर हाई कोर्ट को अपील की गई. 19 फरवरी 2024 को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था. 11 मार्च 2024 को कोर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को सर्वे का निर्देश दिया.
यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: इंदौर में BJP को घेरने के लिए कांग्रेस ने तैयार किया प्लान, लोकसभा चुनाव को लेकर दी नसीहत