Bhopal Cetral Jail News: भोपाल सेंट्रल जेल में सजा काट रहे सौ कैदी अखिल विश्व गायत्री परिवार के माध्यम से पुरोहित बनाए जा रहे हैं. कैदी मंत्रों का उच्चारण करेंगे और आपके बुलाने पर घर घर जाकर हवन पूजन भी कराएंगे. इसके लिए जेल में पढ़े लिखे कैदियों का चयन हो गया है. गायत्री परिवार के विद्वान कैदियों को पुरोहित बनाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं. कैदियों को प्रशिक्षण एक महीने तक दिया जाएगा. जेल प्रशासन का उद्देश्य है बंदियों को आत्मनिर्भर बनाना.
कैदियों को धार्मिक कर्मकांड करने की दी जा रही ट्रेनिंग
कैदियों को पूजा, हवन, यज्ञ में संकल्प आहुति, विसर्जन के दौरान पढ़े जानेवाले मंत्रों को भी सिखाया जा रहा है. धारा प्रवाह मंत्र बोलने के लिए बंदी को तरीका बताया जा रहा है. स्वर और मात्रा की भी जानकारी दी जा रही है. प्रशिक्षण में कर्मकांड की विधि के अलावा बौद्धिक ज्ञान भी दिया जा रहा है. कैदियों को देवी देवताओं की कथा और प्रेरणादायी प्रसंग भी पढ़ाए जा रहे हैं.
तारीख, पर्व, पूजा, विधान, देवी देवता की मिली जानकारी
भोपाल सेंट्रल जेल के उप जेल अधीक्षक पीडी श्रीवास्तव ने बताया कि इसके लिए एक से तीन साल के भीतर सजा पूरी करनेवाले और हिंदी, संस्कृत पढ़ सकने और बोल सकनेवाले कैदियों का चयन किया गया है. अखिल विश्व गायत्री परिवार के सदस्य रमेश नागर ने बताया कि शुरुआत में बंदियों को तीज त्योहार और व्रत, स्नान दान वाली तिथियों की जानकारी दी गई है. उनको तारीख, पर्व, पूजा का विधान, देवी देवता के बारे में बताया गया है.