Bhopal: अपने रिटायर्ड डॉक्टर पति को बिजली का झटका देकर मारने वाली 60 वर्षीय महिला को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. पुलिस ने रसायन विज्ञान की प्रोफेसर ममता पाठक को 63 वर्षीय अपने पति डॉ. नीरज पाठक को नींद की गोलियां देने और 2 मई 2021 को बिजली के झटके देने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
अभियोजन पक्ष के वकील शिवकांत त्रिपाठी ने कहा, "सत्र अदालत ने उसे हत्या का दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई." त्रिपाठी ने कहा, "डॉ. नीरज पाठक 1 मई को अपने आवास पर मृत पाए गए थे। उनकी पत्नी ममता ने पुलिस को बताया कि वह झांसी गई थीं और जब वह 1 मई को वापस आईं तो उन्होंने अपने पति को मृत पाया."
ममता के ड्राइवर ने उगले राज
जांच के दौरान ममता के ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि झांसी के रास्ते में ममता ने कहा कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती की है. पुलिस को नीरज पाठक का ऑडियो भी मिला जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें वे कह रहे थे कि उसकी पत्नी उसे प्रताड़ित करती थी.
सख्ती से पूछताछ के बाद ममता ने कबूला अपना जुर्म
जब पुलिस ने ममता से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा कि ममता को यह पता चला था कि नीरज किसी और महिला के साथ रिलेशनशिप में हैं. ममता ने जनवरी 2021 में पुलिस को दी गई शिकायत में कहा था कि उनका पति उन्हें खाने में नींद की गोलिया देता है ताकि वह दूसरी महिला से मिल सके. हालांकि उन्होंने बाद में अपनी शिकायत वापस ले ली थी.
पति की हत्या करने के बाद बनाया झांसी जाने का प्लान
चार्जशीट में आगे कहा गया है कि ममजा जो कैमिस्ट्री की प्रोफेसर थीं, उन्होंने 29 अप्रैल को अपने पति को अधिक मात्रा में नींद की गोलियां दे दीं और बाद में उन्हें इलेक्ट्रिक करेंट देकर मार दिया. इसके बाद उन्होंने अपने बेटे के साथ दो दिन के लिए झांसी जाने का प्लान बनाया ताकि पोस्टमॉर्टम में नींद की गोलियों की मौजूदगी न मिले और मौत का कारण दुर्घटना करार दिया जा सके.
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