Bhopal News: 2 हफ्ते बाद पकड़ा गया बाघ, दहशत के कारण हॉस्टल में कैद हो गए थे 5 हजार स्टूडेंट्स
भोपाल में मैनिट के लोगों ने पिछले 13 दिनों के बाद राहत की सांस ली है. वन विभाग ने 13 दिनों बाद बाघ को पिंजरे में कैद किया है. बाघ के हमले से 13 दिनों में तीन गायों की मौत हो गई है.
MP News: भोपाल में पिछले दो हफ्ते 13 दिनों से मैनिट के लिए मुसीबत बने बाघ को रविवार को पकड लिया गया. वन विभाग की टीम ने कड़ी के मशक्कत के बाद बाघ को पकड़ा है. इस बाघ को अब सतपुडा के जंगलों में छोडा जाएगा. दरअसल, राजधानी भोपाल के मैनिट में 13 दिन से एक बाघ घूम रहा था. इस बाघ की वजह से कॉलेज में अध्ययनरत पांच हजार विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. विद्यार्थियों को हॉस्टल में ही रहने के निर्देश दिए गए थे, जबकि उनकी पढ़ाई भी ऑनलाइन हो रही थी. जिससे विद्यार्थियों में खासी नाराजगी देखी जा रही थी. विद्यार्थी ऑफलाइन पढ़ाई के लिए मांग कर रहे थे.
पांच गायों को बनाया था शिकार
भोपाल में 13 दिनों से घूम रहे इस बाघ ने पांच गायों को अपना शिकार बनाया था. जिसमें से तीन गायों की मौत हो गई थी, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हुई थी. मैनिट में घूम रहे इस बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम लगातार प्रयास कर रही थी. विभाग के 20 अधिकारी-कर्मचारी इस कार्य में लगे हुए थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी. हालांकि रविवार को वन विभाग टीम की यह मेहनत सफल हुई और बाघ पकडा गया. इस बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजरे में पहले बकरा बाधा गया, फिर पिंजरे में पाडे को बांधा गया था. कई दिनों के मेहनत के बाद बाघ को पकड़ा गया.
क्या कहा डीएफओ आलोक पाठक ने?
डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि 15 अक्टूबर की रात करीब 12:00 बजे मैनिट से बाघ को पकड़ा गया है .स्वास्थ्य है कोई चोट के निशान भी नहीं थे. इसके के बाद उसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व छोड़ दिया है. बाघ टी निगरानी के लिए 11 कैमरे नजर लगाए थे.