Bhopal Crime News Today: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पांच दिन पहले ज्वेलर्स शॉप में पिस्टल और चाकू की नोंक पर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. इस मामले में सेवनिया थाना क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया था. जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है.


पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि अग्निवीर जवान ने इस लूट की घटना को अंजाम दिया था, जबकि इस काम में अग्नीवीर सैनिक का साथ उसके भाई, बहन और जीजा ने भी दिया था. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कमिश्रर ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.


 




पीड़ित ने दर्ज कराई थी शिकायत
लूट की घटना की बाद पीड़ित मनोज चौहान ने पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराया था. जिसमें उन्होंने बताया था कि मेरी दुकान एसएस ज्वैलर्स पर 13 अगस्त को रात करीब 9.45 बजे दुकान पर अकेला था, तभी दो लोग हेलमेट और मास्क पहने हुए मेरी दुकान में आए.


पीड़ित के मुताबिक, इन लोगों में से एक लड़के ने एक पिस्टल निकालकर मुझे डराया और कहा कि हमें सारा पैसा और सामान दे दो नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे. दूसरे लड़के ने अपने दाहिने तरफ से एक धारधार हथियार निकालकर मुझे डराकर दुकान में लूट की वारदात को अंजाम देने लगा.


पीड़ित मनोज चौहान जरिये इसका विरोध करने पर बदमाशों ने चाकू मारने की धमकी दी. इस दौरान झूमाझटकी से दाहिने हाथ में चोट लगने की वजह से खून निकलने लगा और एक व्यक्ति काउंटर के अंदर आ गया. उसने दुकान तिजोरी खोलकर सोने चांदी के सभी आभूषण और दराज में रखे 30-35 हजार का कैश लूट लिया.


5 टीमों ने किया घटना का खुलासा
आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगाई 9 टीम पुलिसकर्मियों को घटनास्थल पर बुलाया गया. इसके बाद घटना स्थल पर ही 5 अलग- अलग टीमें गठित कर जांच शुरू की गई. इस टीम में थाना प्रभारी बागसेवनिया, थाना प्रभारी अपराध, थाना प्रभारी मिसरोद रासबिहारी शर्मा, थाना प्रभारी रातीबड़ संतोष रघुवंशी, प्रभारी आनंद  नगर पिपलानी भोपाल संजय दुबे, थाना बागसेवनिया भोपाल के नेतृत्व में 5 टीम तैयार की गई. 


गहन जांच के बाद मास्टरमाइंड तक पहुंची पुलिस
इन 5 टीमों को अलग-अलग टास्क दिया गया. जांच टीम ने देश के अलग-अलग जेलों से रिहा होने वाले अलग-अलग आदतन अपराधियों से पूछताछ और तकनीकी साक्ष्यों के विश्लेषण किया. इसके अलावा घटनास्थल से 20 किमी के दायरे में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की.


पुलिस ने संदेहास्पद लोगों से पूछताछ के बाद वारदात को अंजाम देने वाले मास्टर माइंड तक पहुंचने में कामयाब रही. फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपी  भारतीय सेना में ट्रेनी अग्निवीर मोहित सिंह बघेल और उसके साथी आकाश राय को गिरफ्तार कर कड़ी पूछताछ की. 


आरोपियों ने स्वीकार किया अपना जुर्म
इस वारदात को अंजाम देने में साथ देने वाले सहयोगी विकास राय, मोनिका राय, अमित राय और गायत्री राय को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों के जरिये सीसीटीवी फुटेज में खुद के होने की बात स्वीकार कर ली है. आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि इस घटना को अंजाम देने के लिए कई दिनों तक रेकी की थी.


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