MP Politics: बागेश्वर धाम सरकार के समर्थन में उतरी BJP, मुंहतोड़ जवाब देने के लिए MLA ने बुलाई महासभा
Madhya Pradesh News: बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा, रविवार 22 जनवरी को भोपाल के 10 नम्बर स्टाप में शाम 5 बजे हिन्दू धर्म और कथा वाचकों के सम्मान में बड़ा आयोजन करने जा रहे हैं.
Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) से जुड़ा विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जहां एक वर्ग उनका विरोध कर रहा है तो वहीं दूसरा उनके समर्थन में उतर गया है. वहीं सोशल मीडिया से लेकर टेलीविजन चैनलों में भी चर्चाओं का बाजार गर्म है. बागेश्वर धाम सरकार के समर्थन में बीजेपी (BJP) खुलकर उतर गयी है. कल जहां बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने बाबा के समर्थन में बयान दिया तो वहीं विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बीजेपी विधायक ने महासभा की बैठक बुलाई है. बीजेपी और कांग्रेस इसे लेकर आमने सामने हैं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने जहां प्रमाणपत्र मांग दिया तो वहीं बीजेपी विधायक ने बाबा का समर्थन किया है.
आज करेंगे बड़ा आयोजन
मध्य प्रदेश में भोपाल के मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने भोपाल में महासभा बुलाई. बागेश्वर धाम के पीठाधेश्वर धीरेंद्र शास्त्री से जुड़े विवाद को लेकर विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि रविवार 22 जनवरी को प्रदेश की राजधानी भोपाल के 10 नम्बर स्टाप में शाम 5 बजे हिन्दू धर्म और तमाम कथा वाचकों के सम्मान में एक वृहद आयोजन करने जा रहे हैं.
विधायक ने सभी धर्मावलंबी, तमाम कथा वाचक और बागेश्वर धाम के अनुयायियों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में आयोजन में पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराएं. उन्होंने कहा कि मेरी तमाम हिंदुस्तानियों से भगवान भोलेनाथ, प्रभु श्री राम पर आस्था रखने वाले लोगों से अपील है कि ऐसे राक्षसी प्रवृत्ति रखने वाले लोगों को सड़कों पर उतरकर मुंहतोड़ जवाब दें.
क्या कहा था विजयवर्गीय ने
बता दें कि कल बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि, जावरा टेकड़ी पर लोग नाचते कूदते हैं और ठीक होते हैं. वहां कोई प्रश्न चिन्ह नहीं लगता. बागेश्वर धाम सरकार पर उठे सवालों पर विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें अपने इष्ट पर विश्वास है और वे लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं. उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म के प्रति लोगों की अनास्था है, जिसके कारण इस तरह के प्रश्न उठा रहे हैं.