Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में स्थित बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी में सोमवार (11 नवंबर) को उस समय हंगामा मच गया, जब यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने हॉस्टल की वार्डन पर मंदिर जाने से रोकने का आरोप लगाया. इसके बाद हॉस्टल की छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया और वे धरने पर बैठ गईं. छात्रा प्रीति पवार ने बताया कि बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी परिसर में एक मंदिर है, जहां पर छात्राओं को जाने से रोका गया.
उन्होंने कहा, इसके साथ ही धमकी भी दी गई है कि वे किसी सुंदरकांड पाठ में शामिल न हों. यदि कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. जबकि छात्रा करिश्मा पवार ने आरोप लगाया कि "22 अक्टूबर को यूनिवर्सिटी परिसर में स्थित हनुमान मंदिर में सुंदरकांड का पाठ कराया गया था. इस दौरान जब छात्राएं हॉस्टल में 10 मिनट की देरी से पहुंची तो वार्डन ने सभी को डांटा और कहा कि अगर बिना परमिशन के कोई भी गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उसे हॉस्टल से निकाल दिया जाएगा."
छात्रा भारती ने आरोप लगाया कि "हॉस्टल की वार्डन ने छात्राओं को डांटा और गालियां दीं. हॉस्टल ने जो कुछ भी किया है, वह सही नहीं है. वह किसी को भी पूजा करने से नहीं रोक सकती हैं." छात्राओं का आरोप है कि वार्डन ने उनके मंदिर में जाने पर रोक लगा दी है. साथ ही मंदिर जाने पर हॉस्टल से निकालने की धमकी दी गई है.
ABVP ने किया विरोध प्रदर्शन
इस विवाद को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ABVP के छात्र विश्वविद्यालय के मेन गेट पर एकत्रित हुए और रामधुन का आयोजन कर प्रशासन से इस मुद्दे पर सद्बुद्धि की अपील की. दिवाकर शुक्ला, ABVP के अध्यक्ष ने कह, "छात्राओं को मंदिर जाने और धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने से रोकने की यह कार्रवाई निंदनीय है और इसके खिलाफ उनका विरोध जारी रहेगा."
हिंदू संगठनों में इस मामले को लेकर गहरी नाराजगी है. उनका कहना है कि अगर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे. उन्होंने कहा, "मोहन के राज में सुंदरकांड और धार्मिक आयोजनों पर रोक नहीं सहन की जाएगी."
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