MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में डॉग बाइट की घटनाओं से परेशान भोपाल के लोगों को अब बिल्लयों ने भी परेशान कर रखा है. साल भर में दो हजार लोगों को बिल्लयों ने काटा है, जो इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे हैं, जबकि प्रदेश भर में 20 हजार लोगों को बिल्लियों ने काटा है.


प्रदेश में डॉग बाइट की तरह ही अब कैट बाइट के केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रदेश में हर दिन औसतन 54 लोगों को बिल्लियां काटकर घायल कर रही हैं. मप्र में पिछले वित्त वर्ष करीब 10 हजार लोग कैट बाइट के शिकार हुए थे, स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 से मार्च 2024 तक 20 हजार लोग बिल्लियों के काटने का शिकार हुए हैं. इससे पहले कुत्तों ने भी काफी लोगो को काटा था, जिसमें कई लोगो की जानें भी चली गई थीं, काफी लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे. अब लोगों के मन में कैट बाइट को लेकर भी डर पैदा हो गया है.


बड़े शहरों में कैट बाइट के मामले 


प्रदेश में अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक जबलपुर में 1312 मामले कैट बाइट के आए थे, जबकि इंदौर में 1278, भोपाल में 1200 और ग्वालियर में 564 मामले आए थे. वहीं इस वित्तीय वर्ष अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक भोपाल में 2,280 लोगों को बिल्लियां काट चुकी हैं, जबलपुर में 1548, इंदौर 1428 और ग्वालियर में 598 लोगों को बिल्लियों ने काटा है. 


एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाएं


डॉ. आदित्य परिहार के अनुसार आमतौर पर लोगों की धारणा होती है कि बिल्ली के काटने से रैबीज नहीं हो सकता, जबकि इसमें बिल्ली के काटने पर भी रैबीज के शिकार होते हैं. कैट बाइट होने पर एंटी रैबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए. इसमें लापरवाही से डॉग बाइट की तरह ही लक्षण देखने को मिलते हैं. डॉ. परिहार ने कहा कि एनिमल वाइट के मामले में लापरवाही नहीं करनी चहिए और समय पर एंटी रैवीज वैक्सीन लगवा लेनी चहिए प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह उपलब्ध है. 


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