भोपाल में मंत्री-विधायकों के बंगले बनाने के लिए 29 हजार पेड़ काटने की प्लानिंग, विरोध में तेज हुआ आंदोलन
Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के तुलसीनगर और शिवाजी नगर में करीब 29 हजार पेड़ों को काटकर यहां मंत्री-विधायकों के बंगले बनाना सरकार की प्लानिंग में है.
Bhopal Chipko Movement: मंत्री-विधायकों के बंगले बनाए जाने को लेकर राजधानी भोपाल में 29 हजार हरे भरे पेड़ों को काटने या शिफ्ट करना सरकार की प्लानिंग हैं. इसे लेकर लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है.
इसको लेकर भोपाल वासियों की तरह चिपको आंदोलन चलाया जा रहा है. गुरुवार (13 जून) को महिलाएं पेड़ों से चिपककर रो पड़ीं, तो वहीं आज (शुक्रवार) शाम 6 बजे नूतन कॉलेज के सामने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधे जाएंगे.
बैठक में लिए गए ये फैसले
इस आंदोलन में महिलाएं, बुजुर्ग, युवा सभी शामिल हैं. इसे लेकर सीनियर सिटीजन फोरम, नेशनल सेंटर फॉर ह्यूमन सेटलमेंट एंड एनवायरनमेंट और अन्य पर्यावरणविदें ने सामूहिक बैठक की.
मंत्रियों से मिलेंगे आंदोलनकारी
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मुख्य सचिव वीरा राणा से मुलाकात की जाएगी और अनुरोध किया जाएगा कि मंत्री-विधायकों के बंगलों के नाम पर पेड़ ना काटे जाएं.
रक्षासूत्र बांधे जाने का फैसला
बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार आज शाम 6 बजे नूतन कॉलेज के सामने स्थित पेड़ों को रक्षासूत्र बांधे जाएंगे. बता दें कि कांग्रेस ने भी पेड़ काटे जाने का विरोध करने का फैसला लिया है.
यह है सरकार की प्लानिंग
लसी नगर और शिवाजी नगर की 297 एकड़ जमीन पर 2378 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट में मंत्री-विधायक और अफसरों के लिए बंगले फ्लैट बनाए जाना है. इसके लिए 2267 सरकारी बंगलों और मकानों को भी तोड़ा जाएगा.
कितने फ्लैट बनेंगे?
इस जमीन पर मंत्रियों के लिए 30 बंगले, 16 फ्लैट और 230 विधायकों के लिए फ्लैट बनाए जाएंगे. साथ ही 3480 अफसरों के बंगले और मकान भी बनाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट के लिए 29 हजार पेड़ों का काटा या शिफ्ट किया जाना है, जिसका विरोध हो रहा है.