MP News: मध्य प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मोहन यादव की सरकार गंभीर है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हर जिले में इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन सेंटर स्थापित करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी कलेक्टर रहेंगे. मुख्यमंत्री ने ग्वालियर में 28 अगस्त को होने जा रही रीजनल बिजनेस कॉन्क्लेव की तैयारियों की जानकारी ली. मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक के साथ उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी आयोजन पर चर्चा की.


मुख्यमंत्री ने बताया कि रीजनल बिजनेस कॉन्क्लेव में लगभग 2500 प्रतिनिधि शामिल होंगे. नीदरलैंड, घाना ,कनाडा, मेक्सिको सहित अन्य देशों के प्रतिभागियों की भी शिरकत होगी. कॉन्क्लेव में औद्योगिक इकाइयों के लिए भूमि आवंटन का कार्य भी होगा. पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण और आईटी के क्षेत्र में संभावनाओं को तलाशने पर मुख्यमंत्री ने जोर दिया. उन्होंने कहा कि कॉन्क्लेव में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए प्रयास किए जाएं. मध्य प्रदेश की धरती पर स्थानीय और बाहरी निवेशक दोनों का स्वागत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर प्रत्येक जिले में उद्योगपतियों से लगातर संवाद बनाए रखें.


मुख्यमंत्री ने की उच्च स्तरीय बैठक


स्थानीय उद्योगपतियों की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जाये. जिलों में उद्योग संभावित भूमि की जानकारी भी कलेक्टर्स जुटायें. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि कलेक्टर्स प्रभारी मंत्रियों से भी चर्चा करें. उन्होंने ग्वालियर और चंबल संभागों में उद्योगों की स्थापना के लिए अच्छा वातावरण बनाने का निर्देश दिया.


वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्री तुलसी सिलावट, करण सिंह वर्मा, गोविंद सिंह राजपूत, राकेश शुक्ला जुड़े. बैठक में मंत्री प्रद्युम्न तोमर, मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ला सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग राघवेंद्र कुमार सिंह ने प्रेजेंटेशन दिया. 


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