Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में बढ़ रही कुत्तों के काटने की घटनाओं को लेकर संभायुक्त ने समीक्षा बैठक आयोजित की. इस बैठक के दौरान अफसरों ने तर्क दिया कि दिसंबर-जनवरी महीने में कुत्ते आक्रामक होते हैं, इसलिए घटनाएं भी अधिक होती हैं. भोपाल में बीते कुछ दिनों से कुत्तों के काटने की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है. कुत्तों ने एक दिन 21 लोगों को अपना शिकार बनाया. जबकि एक अन्य दिन 45 लोगों को अपना शिकार बनाया.


वहीं एक सात वर्षीय मासूम की तो कुत्तों के काटने से जान ही चली गई. डॉग बाइट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने समीक्षा बैठक बुलाई. इस बैठक में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल भी मौजूद थे. संभायुक्त पवन शर्मा द्वारा आयोजित की गई इस समीक्षा बैठक में उप संचालक पशु चिकित्सा ने बताया कि तेज ठंड के अलावा, इन दिनों में खाने की कमी और नवजात पिल्लों की सुरक्षा को लेकर मादा डॉग आक्रामक होती हैं. इसलिए इन दिनों में डॉग बाइट के केस ज्यादा होते हैं.


नगर निगम और पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाजरी
बैठक के दौरान संभागायुक्त शर्मा ने निगम आयुक्त से कहा कि खराब केज को सुधारें. साथ ही निगम की सभी आठ टीमों को सक्रिय कर वैक्सीनेशन, नसबंदी में तेजी लाएं. सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि सरकारी अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में हैं. डॉग बाइट की घटनाओं को देखते हुए नगर निगम और पशुपालन विभाग द्वारा आम जनता के लिए एडवायजरी भी जारी की गई है.


इसमें कहा गया है कि किसी भी क्षेत्र में डॉग बाइट या कुत्तों के आतंक की सूचना नगर निगम के कॉल सेंटर 155304 पर दी जा सकती है. बच्चों को समझाएं कि आवारा कुत्तों से दूरी बनाकर चलें. उनसे अनावश्यक छेड़छाड़ न करें. उनके ऊपर पत्थर न मारें. ठंड से बचने के लिए शेड या कार के नीचे कुत्ता बैठा हो तो उसे भगाएं नहीं.


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