MP News: भोपाल की अवैध ड्रग्स फैक्ट्री का कनेक्शन मंदसौर से जुड़ने के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. गुजरात एटीएस और एनसीबी के खुलासे के बाद नाहरगढ़ के माल्या खेर खेड़ा में रहने वाले माफिया हरीश आंजना के आपराधिक रिकॉर्ड से लगातार पर्दा उठता जा रहा है. रतलाम डीआईजी मनोज सिंह बताया कि हरीश आंजना के खिलाफ चार अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. 


इनमें से दो मामले एनडीपीएस एक्ट अर्थात मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े हैं. उन्होंने बताया कि हरीश आंजना की जमानत खारिज करने के लिए उच्च न्यायालय में आवेदन भी दिया गया था.  डीआईजी के मुताबिक हरीश की गिरफ्तारी के बाद प्रेमचंद पाटीदार सहित चार-पांच अन्य लोगों का भी नाम सामने आया है. पुलिस का यह भी कहना है कि ग्वालियर में भी जब हरीश के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ था उस समय भी ग्वालियर पुलिस की मदद मंदसौर पुलिस ने ही की थी. 


हरीश की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान का प्रतापगढ़ सुर्खियों में


पुलिस सूत्रों के मुताबिक भोपाल में मादक पदार्थों की अवैध फैक्ट्री संचालित करने के मामले में राजस्थान के प्रतापगढ़ के सरगना के नाम भी सामने आए हैं. यह भी कहा जा रहा है कि देवलजी गांव के एक बदमाश का नाम भी इस प्रकरण में सामना आ रहा है. हालांकि पुलिस सभी के नाम को लेकर विवेचना कर रही है. राजस्थान का प्रतापगढ़ आपराधिक वारदातों के मामले में कई बार सुर्खियों में रहा है.


गुजरात से केमिकल और महाराष्ट्र से उपकरण


रतलाम डीआईजी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी हरीश गुजरात के अलग-अलग शहरों से एचडी ड्रग्स बनाने के लिए केमिकल लाता था जबकि ड्रग्स बनाने के लिए उपकरण महाराष्ट्र से खरीदे गए थे. पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रतापगढ़ के सरगनाओं के साथ हरीश ने ही भोपाल में फैक्ट्री का सेटअप जमवाया था.


गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स सेंट्रल ब्यूरो के हत्थे चढ़े इस गिरोह में हरीश की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.  हरीश से जुड़े लोग बताते हैं कि नाहरगढ़ इलाके के छोटे से गांव का रहने वाला हरीश दिखने में काफी सामान्य और बोलचाल में मिलनसार रहा है, लेकिन वह अपराध की दुनिया में जैसे ही पहुंचा तो उसकी लाइफ स्टाइल बदल गई. वह पहले कम वजनी पतली सोने की चेन पहनता था मगर धीरे-धीरे उसकी तरक्की के साथ चेन का वजन बढ़ता चला गया. इसके अलावा वह लग्जरी गाड़ियां भी लगातार खरीदने लगा. कहने को तो उसका कानूनी व्यवसाय कृषि का था मगर गैर कानूनी रूप से वह मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ा हुआ था. 


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