भोपाल के खजूरी कला गांव निवासी एक किसान ने अनोखा कारनामा किया है. किसान मिश्रीलाल राजपूत ने अपने खेत में नीले रंग का आलू उगाकर हैरान कर दिया है. खास बात है कि आलू का नाम उन्होंने ‘ नीलकंठ’ रखा है. ऊपर से नीलकंठ की तरह नीला दिखने वाला आलू अंदर से किसी भी आम आलू की तरह ही दिखाई देता है. आलू की खासियत केवल रंग ही नहीं है बल्कि स्वाद के साथ शरीर के लिए फायदेमंद होना भी है. नीलकंठ आलू आम आलू के मुकाबले जल्दी पकता है. दावा है कि नीलकंठ आलू में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा सामान्य आलू से ज्यादा होती है और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद भी है.


फिलहाल नहीं बिकेगा नीलकंठ किस्म का आलू


मिश्रीलाल राजपूत अभी नीलकंठ आलू को बाजार में बिक्री के लिए नहीं उतार रहे हैं. उनका इरादा पहले आलू के बीज उपलब्धता सुनिश्चित करना है. बाद में विधिवत खेती कर आलू को बाजार में बेचने का इरादा है. आलू की खास किस्म को किसान मिश्रीलाल केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला से लाए थे.


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सामान्य आलू से ज्यादा मिलता है एंटी ऑक्सीडेंट


नीलकंठ किस्म के 100 ग्राम आलू में एंथेसायनिन तत्व की मात्रा 100 माइक्रोग्राम, कैटोटिनायडस की मात्रा 300 माइक्रोग्राम तक होती है. सामान्य आलू में एंथेसायनिन 15 माइक्रोग्राम तक और कैटोटिनायडस 70 माइक्रोग्राम तक पाया जाता है. दोनों तत्वों को सामान्य शब्दों में एंटी ऑक्सीडेंट कहते हैं. एंटी ऑक्सीडेंट शरीर में हानिकारक तत्व के अपाच्य तत्वों को नष्ट करते हैं और हाजमा दुरुस्त रखते हैं.


मिश्रीलाल एक उन्नत किसान हैं और अपने खेतों में खेती के नए प्रयोग अक्सर करते रहते हैं. इससे पहले उन्होंने अपनी फसल में लाल भिंडी की पैदावार कर सबको चौंका दिया था. इस बार मिश्रीलाल ने खेतों में नीलकंठ आलू उगाकर नया रिकॉर्ड बनाने का काम किया है. किसान मिश्रीलाल राजपूत कृषि विभूषण पुरस्कार मध्य प्रदेश से भी सम्मानित किए जा चुके हैं.


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