Bhopal News:   मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की नगर निगम सीमा में कुल पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं, मगर विकास के लिए सबसे ज्यादा राशि नरेला विधानसभा क्षेत्र के लिए मंजूर किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. कुल 58 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. इस इलाके से महापौर मालती राय आती हैं और इस क्षेत्र के विधायक शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग हैं. नगर निगम महापौर परिषद की बैठक में नरेला क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए 58 करोड़ की राशि मंजूर की गई है. अभी 21 जनवरी को होने वाली नगर परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव लाया जाने वाला भी है. इस बात को लेकर कांग्रेस विधायकों, पार्षदों ने महापौर पर हमला बोलते हुए शहर के क्षेत्रों से साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया है.


पूरे नगर निगम की नहीं नरेला की महापौर


नरेला विधानसभा क्षेत्र के लिए 58 करोड़ रुपये की राशि विकास कार्यों के लिए मंजूर किए जाने पर भोपाल मध्य के विधायक आरिफ मसूद और दक्षिण पश्चिम क्षेत्र के विधायक पीसी शर्मा ने सख्त एतराज जताया है और कहा है कि टैक्स तो पूरा शहर देता है, वोट भी पूरे शहर की जनता ने दिया है, फिर विकास कार्य नरेला में ही क्यों हो रहे हैं ? वास्तव में महापौर पूरे नगर निगम की नहीं बल्कि नरेला की महापौर बन गई हैं.भाजपा के पार्षद और विधायक सीधे तौर पर तो कोई सवाल नहीं उठा रहे हैं, इतना जरूर कहा जा रहा है कि नरेला में जरूरत अधिक होगी इसलिए वहां के लिए अधिक राशि मंजूर की गई, वैसे तो सभी क्षेत्रों के लिए राशि मंजूर की जा रही है.


नरेला में सबसे ज्यादा स्लम क्षेत्र  


महापौर मालती राय कहती हैं कि शहर में जहां भी विकास कार्य की आवश्यकता होगी. नगर निगम उसके लिए तैयार है. यदि नरेला का विकास होता है तो वह भी तो शहर का हिस्सा है. वहीं नरेला क्षेत्र के विधायक और राज्य सरकार में मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि सबसे ज्यादा स्लम क्षेत्र नरेला में है. बरसात में जल निकासी की सबसे अधिक समस्या भी इसी इलाके में रहती है.


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