Bhopal: शराबबंदी को लेकर सख्त हुईं पूर्व सीएम उमा भारती, पत्थर मार कर तोड़ीं शराब की बोतलें, घबराया सेल्समैन
शराबबंदी को लेकर मुखर रहीं एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने रविवार को सख्त रवैया अख्तियार करते हुए शराब की दुकान पर पहुंच कर बोतलें तोड़ दीं. जानें पूरा मामला.
शराबबंदी को लेकर अब मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सियासत और भी करवाने वाली है. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने आक्रमक रूख दिखाते हुए भोपाल ( Bhopal) की शराब की एक दुकान पर पथराव कर दिया. दुकान फोड़े जाने का वीडियो वायरल होने के बाद अब प्रदेश भर में इस आंदोलन को और भी हवा मिल रही है.
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लगातार प्रदेश में शराबबंदी को लेकर आवाज उठा रही हैं. पहले दो बार उन्होंने शराबबंदी को लेकर तारीख तक का ऐलान कर दिया था. इसके बाद फिर उनका आक्रमक रूप ढीला पड़ गया.
भोपाल में शराबबंदी पर लोगों से की बात
इसके बाद अब एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे पर उनकी ही पार्टी की सरकार से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. रविवार को भोपाल के भेल इलाके की आजाद नगर की शराब की दुकान के बाहर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पहुंचीं. पहले उन्होंने आसपास के इलाके के लोगों से शराब की दुकान को लेकर बातचीत की. जब लोगों ने शराब की दुकान पर एतराज उठाते हुए शराबबंदी कि उनकी मांग का पुरजोर समर्थन किया तो पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लोगों के साथ शराब की दुकान पर पहुंचीं.
उमा भारती को देख घबराया सेल्समैन
उन्होंने शराब की दुकान के अंदर घुस कर बड़े पत्थर से दुकान पर हमला किया. इस हमले में शराब की कुछ बोतल भी चकनाचूर हो गई. यह घटनाक्रम देखकर दुकान पर मौजूद सेल्समैन घबरा गया. इसके बाद उमा भारती के साथ आए समर्थकों ने वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाए और भीड़ दुकान से रवाना हो गई. इस घटना के बाद अब शराबबंदी की मांग जोर पकड़ रही है, मगर एक पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा पत्थरबाजी की घटना को अंजाम देने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
शराबबंदी को लेकर लगातार प्रदर्शन
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. उनका कहना है कि यदि शराब की दुकान को लेकर लोगों की आपत्ति सामने आती है तो ऐसी दुकानों को बंद कराया जाना चाहिए. उन्होंने शराबबंदी को लेकर पहले भी कई बार बयान दिए. अब उनका आक्रामक रूप सामने आने के बाद निश्चित रूप से शिवराज सरकार की चिंता और अधिक बढ़ जाएगी.
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