One City One Rule: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से पूर्व महापौर आलोक शर्मा लगातार मुखर हैं. आलोक शर्मा ने अब राजधानी भोपाल के बाजारों को लेकर आवाज उठाई है. पूर्व महापौर शर्मा ने कहा कि एक शहर का एक कानून हो. पूर्व महापौर और प्रदेश उपाध्यक्ष ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर कहा कि पुराने भोपाल में रातभर दुकानें खुलती हैं. यहां चाय-पान की दुकानों और होटलों पर युवाओं की भीड़ लगती है. 


जिस वक्त युवाओं को घर-परिवार के साथ होना चाहिए, वह उस समय में बाजार में होते हैं. युवा यहां गलत लोगों की संगत में आकर गलत रास्ते पर चले जाते हैं. 


'ये हिन्दू-मुस्लिम रंग नहीं, न ही चुनावी खुन्नस'
पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि कुछ लोग इसे हिंदू-मुसलमान का रंग दे रहे हैं तो कई इसे चुनावी खुन्नस बता रहे हैं. मेरा सिर्फ इतना कहना है कि मेरी कोशिश गलत है तो खुलकर विरोध करें और सही है तो खुलकर साथ दें. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ युवा पीढ़ी को भटकने से बचाने की कोशिश कर रहा हूं. 


'सीएम यादव से भी मिलूंगा'
पूर्व महापौर ने कहा कि शहर के काजीकैंप, लक्ष्मी टॉकीज, बुधवारा, चौकी इमामबाड़ा, मंगलवारा, शब्बन चौराहा, पीर गेट आदि बुजारों में गुमास्ता एक्ट का पालन नहीं हो रहा है. यहां 24 घंटे ही दुकानें खुलती है. जबकि 10 बजे दुकानें बंद होना चाहिए. तो वहीं दूसरी ओर न्यू मार्केट, एमपी नगर, जुमेराती, हनुमानगंज, चौक बाजार, सराफा बाजार, हमीदिया रोड, बि_न मार्केट, बैरागढ़, कोलार रोड सहित शहर के अन्य इलाकों में रात 10 बजे दुकानें बंद हो जाती है. एक शहर में दो कानून कैसे चलेंगे. इसके लिए मैं सीएम डॉ. मोहन यादव से भी मुलाकात करूंगा.


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