Bhopal News: महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को समर्पित हुआ भोपाल का गरबा उत्सव, लोगों में दिखा जबरदस्त उत्साह
भोपाल में गरबा महोत्सव मनाया गया. इस दौरान लोगों ने हाथ में तिरंगा लेकर थिरकते दिखे. इस गरबा महोत्सव में लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री को याद किया.
MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित गरबा महोत्सव के आखिरी दिन गरबा ग्राउंड हाउसफुल रहा. जैसे-जैसे शाम हो रही थी भेल स्थित दशहरा ग्राउंड में लोगों की भीड़ बढ़ने लगी थी. अंधेरा होते ही ग्राउंड की रंग बिरंगी रोशनी के बीच उत्साह देखने लायक था. शाम 7:00 बजे ही पारंपरिक गरबे की शुरुआत महाआरती डांडिया थीम पर तैयार किए गए. 10 भाषाओं के गाने बजे और हजारों पर एक साथ ताल से ताल मिलाने लगे. वहीं स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे होने पर देश ने आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया.
ऐसे में भोपाल के एक गरबा पंडाल में आजादी के नायक महात्मा गांधी के जयंती दो अक्टूबर को जन्मोत्सव के रूप में मनाया गया. जब देश भर में संस्कृति के रंग बिखरे हों ऐसे में गरबे के मैदान में तिरंगा लहराए तो नवरात्रि में भक्ति की आराधना का उत्सव और भी खास बन जाता है.
हाथों में तिरंगा लेकर थिरके लोग
आयोजक राकेश कुमार जैन ने कहा कि हम भारतीय We The Indian थीम पर भोपाल के नवलय नवांकुर गरबा पंडाल में प्रतिभागी हाथों में तिरंगा लिए गरबा में थिरक उठे. लोग चरखे झंडे स्लोगन और तिरंगा परिधानों के साथ गरबे की परम्परा में गांधी और शास्त्री को नही भूले. यह केवल थीम का प्रदर्शन नहीं बल्कि इस बात को दिखाता है कि देश और देश की आजादी के नायकों का सम्मान पूर्वक याद करना भी हमारे परंपराओं का हिस्सा है.
गांधी और शास्त्री को समर्पित भोपाल का गरबा उत्सव आखिरी दिन लोगों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया @ABPNews @abplive @brajeshabpnews pic.twitter.com/0RxFLHUGLD
— Nitinthakur (@Nitinreporter5) October 3, 2022
17 सालों से मनाया जा रहा है गरबा महोत्सव
दरअसल यहां पर 17 सालों से गरबा महोत्सव मनाया जा रहा है. पिछले दो साल से कोरोना था दो इसलिए गरबा महोत्सव बंद था, लेकिन फिर वापस गरबा महोत्सव बड़े धूमधाम से आयोजित किया गया है. आजादी के 75 साल पूरे हो गए. अमृत महोत्सव में आजादी के हीरो महात्मा गांधी और शास्त्री की जन्म जयंती के उत्सव को इस तरह संस्कृति से जोड़कर गरबे का आयोजन किया गया था जिससे महात्मा गांधी और शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.