Madhya Pradesh News: आजादी के 75 साल पूरे होने जा रहे हैं और अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga) को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है. इसी बीच मध्य प्रदेश में बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) में तिरंगे पर सियासत शुरू हो गई है. केंद्र सरकार के अभियान के तहत प्रदेश भर में राष्ट्रीय ध्वज बनाने का काम तेजी से चल रहा है और इसको स्व सहायता समूह आकार दे रहे है. तिरंगे को खादी ग्रामोद्योग सहित अन्य संगठन बना रहे हैं.
तिरंगे के नाम पर बीजेपी-कांग्रेस मैदान में
2023 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले अब तिंरगे पर सियासत दिखाई दे रही है. बीजेपी और कांग्रेस अब तिरंगे के नाम पर मैदान में उतरी हुई हैं. बीजेपी के हर घर अभियान के बाद अब कांग्रेस ने तिंरगा सम्मान महोत्सव और पदयात्रा कार्यक्रम मनाने का ऐलान किया है. तिंरगे को लेकर दोनों ही राजनीति दल मैदान में उतरे हुए हैं और अभियान छेड़े हुए हैं. जहां बीजेपी 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान में जोर लगाएगी तो वहीं कांग्रेस ने 9 से 15 अगस्त तक तिंरगा महोत्सव मनाने का ऐलान किया है, जिसका प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इंदौर से आगाज करेंगे.
बीजेपी का 1 करोड़ तिरंगा फहराने का लक्ष्य
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित मंत्री और सांसद 15 अगस्त के दिन मुख्य कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. बीजेपी प्रदेश भर में एक करोड़ तिरंगा फहराने का लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रयास करेगी. प्रदेशभर सहित जिले में मुख्य अतिथि के रूप में बीजेपी के जनप्रतिनिधि और प्रभारी मंत्री मौजूद रहेंगे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा है कि, हर घर तिंरगा अभियान पर उंगली उठाने के बजाय पीएम मोदी के आह्वान को मानकर सकारात्मक राजनीति के साथ जनता को तिंरगा बांटने का काम करें. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस जिस तरह के आरोप लगा रही है वह हास्यास्पद है. बीजेपी का उद्देश्य तिरंगे के जरिए राजनीति करना नहीं है बल्कि आमजन को तिरंगा सहजता से उपलब्ध कराना है.
Kishore Kumar Birth Anniversary: किशोर कुमार की वो अंतिम इच्छा, जो उनके जीते-जी पूरी न हो सकी