Bhopal News: अभी तक सभी लोगों ने बच्चों को स्कूलों में पढ़ते हुए देखा होगा लेकिन मध्य प्रदेश के भोपाल में ईटखेड़ी सड़क गांव के अंदर भोपाल कलेक्टर अवनीश लवानिया के निर्देश 466 ग्राम पंचायतों में बुजुर्ग दादियों की पाठशाला शुरू की गई है. इस पाठशाला में बुजुर्ग दादियां बढ़ चढ़कर हिस्सा भी ले रही हैं. उनमें जुनून भी दिखाई दे रहा है कि कुछ कर दिखाना है. शनिवार से दादियों की पाठशाला शुरू की गई है. इस पाठशाला में दादियों के साथ गांव के अन्य बुजुर्ग भी शामिल किए गए हैं. इसकी शुरुआत ईटखेड़ी ग्राम पंचायत से हुई. कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत भोपाल द्वारा अक्षर ज्योति अभियान शुरू किया गया है. इसमें प्रौढ शिक्षा विभाग के सहयोग से पहले दिन 55 बुजुर्ग दादियों ने अलग-अलग स्थानों पर पाठशाला में हिस्सा लिया. 


कैसा रहा दादियों का अनुभव


इस कार्यक्रम में आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं और दादियों ने अनुभव साझा किए और  निरक्षर महिलाओं की गणना के बारे में जानकारी दी गई. वही साक्षर ज्योति अभियान के तहत 466 ग्राम पंचायतों में अक्षत साथी बनाए गए हैं जिनमें से ईटखेड़ी सड़क गांव के अंदर अक्षर साथी कुसुम प्रिती, तुलसा, नीतू, शासकीय शिक्षक राजेंद्र कुमार सावले बुजुर्ग दादियों को निशुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. 


अक्षर साथी कुसुम का कहना है कि मेरी दादी, पिताजी और हम सभी भाइयों बहनों को पढ़ाने में खुद अनपढ़ रह गईं लेकिन अब हमें उनके लिए कुछ करना है इसलिए मेरी दादी सहित बुजुर्ग दादियों को मैं निशुल्क ईटखेड़ी ग्राम पंचायत में शिक्षा प्रदान कर रही हूं. सलमा बी बुजुर्ग दादी का कहना है हमें इस पाठशाला में पढ़ते हुए 1 हफ्ते से अधिक हो गया है. हमने हिंदी सीखने के साथ एबीसीडी भी सीख ली है और बहुत अच्छा लग रहा है. हम रोज दो से चार बजे तक पढने आते हैं.


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