Madhya Pradesh News: देश में कोरोना के नए वैरिएंट की आहट के साथ ही मध्य प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) पूरी तरह से अलर्ट हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने महामारी को लेकर समीक्षा बैठक भी की थी. वहीं प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. मंगलवार को प्रदेशभर के अस्पतालों में मॉकड्रिल रियलिटी चेक (Mock Drill In India) करने सरकार के मंत्री और अफसर पहुंचेंगे. इस दौरान ऑक्सीजन प्लांट, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन की बेड की क्षमता, वेंटिलेटर पेरेमिटी आईज, डॉक्टर आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता और डॉक्टरों नर्सों की उपलब्धता कितनी है यह देखी जाएगी. आज कोरोना से जंग लड़ने वाली तैयारियों का जायजा लिया जाएगा.


संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर
इस बीच भोपाल के जेपी अस्पताल में प्रदेश सरकार के समक्ष एक बड़ा संकट खड़ा हुआ है. कोरोना महामारी में लगातार दो साल तक संकट मोचक की भूमिका में रहे प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी (Contract Health Workers) हड़ताल पर हैं. अगर महामारी बढ़ती है तो प्रदेश सरकार इस समस्या से किस तरह निपटेगी यह बड़ी चुनौती है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नौकरी नियमिति करने समेत अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल का आज 12वां दिन है. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी जिद पर अड़े हैं.


क्या है संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की मांग
संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान व परिवार की चिंता किए बगैर भरपूर मेहनत की थी और प्रदेश वासियों के स्वास्थ्य का खास ध्यान रखा था. लोग अपने घरों में कैद थे और अपनी जान की परवाह किए गए बगैर फिल्ड व अस्पतालों में तैनात थे. इतना सब करने के बावजूद भी प्रदेश सरकार हमारी अनदेखी कर रही है और फिर कोरोना आ गया तो हमारी याद सरकार को आई है, लेकिन हमारी जो जायजा मांग है वह पूरी कर दें फिर वापस ड्यूटी पर आ जाएंगे.


वादे से मुकर रहे मामा
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होगी हम यहां से नहीं हटेंगे. आज हड़ताल का 12वां दिन है. मामा को भी यह चीज समझनी चाहिए. कोरोना अगर आ रहा है तो हमारी जो नियमितिकरण की मांग है उसे पूरी क्यों नहीं कर रहें. मामा जी को अच्छे से पता है कि कोरोना संक्रमण काल में हमने कितनी मेहनत की थी. हमारी मांग पूरी होते ही हम हड़ताल खत्म करें देंगे. 32 हजार कर्मचारी पूरे मध्य प्रदेश में हड़ताल पर है. 


स्वास्थ्यकर्मियों की मांगे
आंदोलन कर रहे स्वास्थ्य कर्मयों की जो मांगे हैं उसमें विभागों में सीधी भर्ती से पदपूर्ति की जाए, आउटसोर्स और रोगी कल्याण समिति में कार्यरत कर्मचारियों को रिक्त पदों पर समायोजित करें है. 


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