राजधानी भोपाल में मेट्रो अपने ट्रैक पर उतरी चुकी है. अब 25 सितंबर तक सुभाषनगर डिपो में करीब 4 से 5 बार मेट्रो की टेस्टिंग चलेगी, जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने फाइनल ट्रायल रन होगा. मेट्रो के डायरेक्टर शोभित टंडन के अनुसार ट्रैक पर मेट्रो कोच उतारने के बाद अब टेस्टिंग सहित अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जाएगी. मेट्रो की टेस्टिंग डिपो के अंदल ही होगर, फिर ट्रैक पर सेफ्टी ट्रायल रन करेंगे. इसके बाद फाइनल ट्रायल रन किया जाएगा. मेट्रो के डायरेक्टर शोभित टंडन के अनुसार भोपाल के एम्स से सुभाषनगर तक बिछाई गई 6.22 किमी ऑरेंज लाइन पर यह कोच दौड़ेंगे, जबकि ट्रायल रन सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति स्टेशन के बीच होगा. 
50 यात्री बैठ सकेंगे
बता दें मेट्रो के प्रत्येक कोच में 50 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था रहेगी, जबकि 300 यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे. मेट्रो में स्वचालित ट्रैक निगरानी प्रणाली होगी. मेट्रो के हर कोच में पकड़ने के लिए ग्रैब हैंडल लगे हैं, सभी कोच एयर कंडिशनर कोच होंगे. 
गुजरात से भोपाल पहुंचे हैं 3 कोच
गुजरात के सांवली बड़ोदरा से लगभग साढ़े किलोमीटर की दूरी तय कर मेट्रो के 3 कोच दो दिन पहले ही भोपाल पहुंचे हैं. इन तीनों ही कोच की विधि विधान से पूजन अर्चन कर सुूभाषनगर डिपो टै्रक पर अनलोड किया गया. 
पांच स्टेशना पर ट्रायल
मेट्रो के लिए राजधानी भोपाल में आठ स्टेशन बनाए गए हैं, इनमें एम्स हॉस्पिटल, अलकापुरी, डीआरएफ ऑफिस, रानी कमलापति स्टेशन, सरगम टॉकीज, डीबी मॉल, केन्द्रीय स्कूल और सुभाषनगर स्टेशन शामिल हैं. मेट्रो का ट्रायल करीब साढ़े तीन किलोमीटर सुभाषनगर स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन तक किया जाएगा. मेट्रो ट्रायल रन के बाद दिल्ली से टीम आएगी, जो सेफ्टी ट्रायल एवं अन्य गतिविधियां करेंगी. माना जा रहा है कि 2024 के मई जून से राजधानी भोपाल में आम लोगों को मेट्रो की सुविधा मिलेगी लगेगी.


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