मध्य प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) द्वारा विद्यार्थियों के हित में एक योजना शुरू की गई है  जिसका नाम मध्य प्रदेश “स्कूल चलें हम अभियान” (School Chalen Hum campaign) रखा गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) अपने प्रदेश में चल रहे इस अभियान को लेकर बहुत सक्रिय नजर आ रहे हैं. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये एक बैठक का आयोजन किया जिसमें उन्होंने अलीराजपुर के डीईओ (DEO Alirajpur) से कुछ सवाल पूछे थे. सवाल था कि क्या उन्होंने 'स्कूल चलें हम अभियान' को लेकर कुछ चिंता जताई है? क्या कोई कार्यप्रणाली बनाई है? इन सवालों का जवाब अलीराजपुर के डीईओ ठीक से नहीं दे पाए.


क्या थे वे सवाल ? 
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूछा- 'स्कूल चले हम अभियान की योजना क्या है? क्या करेंगे ? आप कह रहे हैं तैयारी की जा रही है तो वो तैयारियां कौन सी हैं?' इन सारे सवालों का डीईओ कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए जिसके कारण मुख्यमंत्री चौहान काफी नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि "मुझे लगता है डीईओ ने अब तक कुछ नहीं किया है. अगर उन्होंने कुछ किया होता तो उनके पास मेरे सवालों का जवाब भी होता. उन्होंने योजना बनाई ही नहीं है और मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं.


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डीईओ को लगाई फटकार
मुख्यमंत्री ने डीईओ को फटकार भी लगाई. उन्होंने साफ निर्देश दिया कि ऐसी कोई बाधा बीच में नहीं आनी चाहिए. हर बच्चे को पढ़ाई का अधिकार है. स्कूल चलें हम अभियान का अधिक से अधिक फायदा मिलना चाहिए. अलीराजपुर में आज भी कई ऐसे गांव हैं जहां कोरोना महामारी के बाद बच्चे स्कूलों से वंचित हो गए हैं. इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोई भी बच्चा स्कूल और शिक्षा से वंचित न रहे और इस अभियान में हर कोई शामिल हो. 


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