Bhopal : एक दिन पहले ही सीहोर-नर्मदापुरम में नर्मदा जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए. आयोजन के दौरान मंच से ही कई बार सीएम शिवराज ने मां नर्मदा को सहेजने के दावे किए लेकिन वास्तव में सीएम शिवराज के ये दावे जमीन पर उतरते नहीं दिखाई दे रहे हैं. प्रदेश के खनिज मंत्री विजेन्द्र प्रताप सिंह के प्रभार वाले जिले नर्मदापुरम में रेत खदानों पर रोक के बाद भी अवैध उत्खनन और परिवहन जारी है. रेत माफिया मां नर्मदा का सीना छलनी करने में जुटे हुए हैं. सड़कों पर अवैध रेत से भरे ओवरलोड डंपर दौड़ रहे हैं जो सड़कों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
ठेका निरस्त कर ब्लैक लिस्टेड की गई थी खनन कंपनी
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार ने बीते वर्ष ही होशंगाबाद में रेत के ठेके निरस्त कर दिए थे. होशंगाबाद में रेत का ठेका छत्तीसगढ़ की कंपनी आरके ट्रांसपोर्ट एंड कंस्ट्रक्शन (आरकेटीसी) के पास था. कंपनी ने सरकार को किस्त जमा नहीं की थी, नोटिस के बाद भी कंपनी ने अनदेखी की, नतीजतन सरकार ने एक्शन लेते हुए कंपनी का ठेका ही निरस्त कर दिया था और साथ ही इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट भी किया था. कंपनी ने कोर्ट में केस लगा रखा है. सरकार की कार्रवाई में दावा किया था कि ये कंपनी होशंगाबाद सहित पूरे प्रदेश में कहीं भी रेत खनन का कारोबार नहीं कर सकेगी.
करीब 200 करोड़ रुपये में दिया था ठेका
बता दें कि प्रदेश की सबसे बड़ी और सबसे महंगी नर्मदापुरम रेत खदान सरकार ने पिछले साल 13 जनवरी को छत्तीसगढ़ की कंपनी आरके ट्रांसपोर्ट एंड कंस्ट्रक्शन (आरकेटीसी) को करीब 200 करोड़ रुपये में दिए थे. लेकिन कंपनी ने खनिज विभाग से नोटिस मिलने के बावजूद अक्टूबर नवंबर और दिसंबर की तीन किस्तों के 63 करोड़ 49 लाख 66 हजार 508 रुपए जमा नहीं किए थे. इसलिए कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था. बावजूद नर्मदापुरम में रेत का अवैध कारोबार जारी है.
इन सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोडेड डंपर
बता दें कि नर्मदापुरम, सीहोर और रायसेन जिले में रेत खदानों से अवैध रेत से भरे डंपर निकल रहे हैं. होशंगाबाद से रेत से भरे ओवरलोड डंपर बुदनी होते हुए भोपाल पहुंच रहे हैं, जबकि रायसेन जिले की बाड़ी बरेली से भी बड़ी संख्या में रेत के ओवरलोडेड डंपर दौड़ रहे हैं. इसी तरह सीहोर की भी एक दर्जन से अधिक खदानों से डंपर निकलकर देवास इंदौर की तरफ जा रहे हैं. रेत से भरे ओवरलोड डंपर सरकार को राजस्व की हानि तो पहुंचा ही रहे हैं, साथ ही सड़कों की हालत भी खराब कर रहे हैं.
जिले में इन तटों पर जारी है बेखौफ खनन
जिला मुख्यालय की बात करें तो नर्मदा के करबला, खर्राघाट, डोंगरवाड़ा, बरंडुआ, पुलघाट.खोजनपुर, ग्राम रायपुर, मालाखेड़ी, बांद्राभान, सांगाखेड़ा पुल, निमसाडिया, तवा पुल के आसपास सहित बाबई, सेमरी, सोहागपुर, पिपरिया, बनखेड़ी, सिवनी मालवा, डोलरिया की नदियों व इनके तटों से रेत का अवैध खनन, परिवहन बैखोफ जारी है. अवैध कारोबारी ट्रैक्टर ट्रॉलियों से रेत चोरी कर स्टॉक भी करके बेच रहे हैं, जिससे शासन की रायल्टी का भारी नुकसान हो रहा है.
राज्य शासन पर रेत माफियाओं की दबंगाई
बता दें कि राज्य सरकार की सख्ती भी रेत माफियाओं की दबंगाई नहीं रोक पा रही है, जब प्रशासन की टीम अवैध रेत के कारोबार को रोकने जाती है तो रेत माफिया प्रशासन की टीम पर ही हमला कर देते है. बीती घटनाओं पर नजर...
- 20 जनवरी 2021 को शिवपुरी में माफिया फारेस्ट की टीम से मारपीट कर ट्रैक्टर ट्रॉली छुड़ा ले गए.
- गुना जिले में रॉयल्टी विवाद में रेत माफिया ने सरेआम फायरिंग की थी.
- 16 दिसंबर 2021 को श्योपुर के विजयपुर में रेत माफिया ने तहसीलदार से मारपीट की थी. सरकारी गाड़ी तोड़ी, जब्त ट्रैक्टर भी छुड़ा ले गए.
- 27 नवंबर 2021 को अमरपुर की नायब तहसीलदार नीलम श्रीवास ने रेत से ओवरलोड ट्रक रोककर कार्रवाई की, तो रेत माफिया ने उन्हें ट्रांसफर कराने की धमकी दे डाली.
- मुरैना वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढरे ने अवैध रेत जब्त कीए लेकिन रातों.रात जब्त रेत गायब हो गई.
- फरवरी 2022 दिन में पुलिस और वन विभाग टीम पर चार बार हमला हुआ.
- दतिया में रेत माफिया ने एक पुलिस जवान को गोली मार दी थी.
. ग्वालियर के पुरानी छावनी के जलालपुर इलाके में चंबल से रेत ला रहे माफिया ने पेट्रोलिंग कर रहे टीआई सुधीर सिंह पर हमला बोल दिया था.
- एक अन्य घटना में ग्वालियर में रेत माफिया ने पुलिस पर गोलियां चलाईं और ट्रैक्टर-डंपर से कुचलने की कोशिश की थी.
- रेत माफिया ग्वालियर.झांसी हाईवे पर वन विभाग की टीम पर हमला कर रेत से भरा ट्रक और ट्राली छीनकर ले गए थे.
- अनूपपुर जिले में दो कर्मचारियों के साथ रेत माफिया को पकडऩे पहुंचे सहायक वनक्षेत्र अधिकारी को माफिया ने ही तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा था.
- 2023 जनवरी के ताजा मामले में अवैध खनन रोकने पर भाजपा की महिला नेता ने पुलिसकर्मी की चप्पलों से पिटाई कर दी.
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