MP News: राजधानी भोपाल (Bhopal) की प्रशासनिक व्यवस्थाएं कभी-कभी स्वयं पर ही सवालिया निशान खड़े कर देती हैं. ऐसा ही एक मामला चूना भट्टी के पास स्थित कोलार तिराहे (Kolar Tirahe) पर सामने आया है. बीते दिन कोलार तिराहे पर 700 एमएम व्यास वाली पेयजल कोलार पाइपलाइन चालू की गई थी. इस पाइपलाइन को चालू हुए अभी एक हफ्ता ही बीता था कि इसमें लीकेज आ गया था. इससे पानी बाहर निकल रहा था.
धमाके से फटी पाइपलाइन
शहरवासियों ने सीएम हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत भी की, लेकिन कोई सुधार नहीं किया गया. इस वजह से एक छोटा सा लीकेज बड़े हादसे का कारण बन गया और कोलार पाइपलाइन धमाके के साथ फट गई. इससे पास की फॉरेस्ट कॉलोनी में पानी घुस गया. पाइप लाइन फटने से कई मकानों में बाढ़ जैसे हालात बन गए. कई परिवारों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. इस संबंध में जब मीडिया ने फॉरेस्ट कॉलोनी का दौरा किया तो कॉलोनी वासियों ने बताया कि घर का जरूरी सामान भी बाढ़ जैसे हालात बनने के कारण बह गया. लोगों के इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम खराब हो गए.
आसपास रहने वाले लोग हुए परेशान
प्रशासन ने इस मामले में अभी तक कोई सुध नहीं ली है. सूत्रों के अनुसार इस पाइपलाइन को डालने का उद्देश्य कोटरा सुल्तानाबाद की पानी की टंकी को भरना था लेकिन लाइन चालू होने के कुछ दिन बाद ही इस में लीकेज आ गया. इस लीकेज को समय रहते सुधारा जा सकता था, लेकिन प्रशासनिक गलती के चलते छोटा सा लीकेज बड़े हादसे में बदल गया और तेज धमाके के साथ लाइन टूट गई. धमाका इतना तीव्र था कि धमाके की वजह से लगभग 10 से 15 फीट गहरा और चौड़ा गड्ढा बन गया. इससे आवागमन भी बाधित हुआ और आसपास रहने वाले लोग को परेशानी उठाने पर मजबूर होना पड़ा. मीडिया ने जब सड़क का जायजा लिया तो 10 से 15 फीट चौड़ा गहरा गड्ढा लिंक रोड नंबर 3 पर देखा गया जिसके कारण रास्ते को भी वनवे बनाना पड़ा.
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