Bhopal: ऑटो में हुआ बच्चे का जन्म, 30 किमी चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिला इलाज, नवजात की मौत
MP News: परिजनों का आरोप है कि प्रसूता एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर लगाती रही, लेकिन फिर भी इलाज नहीं मिला. 30 किमी का सफर तय करने के बाद ऑटो में प्रसव हो गया.
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MP News: राजधानी भोपाल में शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर लगाने के चलते महिला का प्रसव ऑटो में ही हो गया. ऐसे में वक्त रहते इलाज नहीं मिलने से नवजात की मौत हो गई. औबेदुल्लागंज की रहने वाली सुरखी बाई को प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल लाया गया था. सरकारी अस्पताल में प्रसूता की हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने रेफर कर दिया. पति बगदीराम ऑटो में बिठाकर औबेदुल्लागंज से लेकर हमीदिया अस्पताल तक भटकते रहे लेकिन पत्नी को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया. इस दौरान उन्होंने ऑटो से करीब 30 किलोमीटर का सफर तय कर लिया.
महिला का ऑटो में प्रसव, नवजात की हुई मौत
हमीदिया अस्पताल तक पहुंचते-पहुंचते ऑटो में ही महिला का प्रसव हो गया. समय पर इलाज नहीं मिलने से नवजात की मौत हो गई. बताया जाता है कि महिला का हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा है. मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी ने अभी शिकायत नहीं पहुंचने की बात कही है. उनका कहना है कि शिकायत मिलने पर जांच शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि घटना में दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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परिजनों ने लगाया एंबुलेंस नहीं मिलने का आरोप
परिजनों का आरोप है कि सुरखी बाई को लेकर पति एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते रहे मगर हर जगह डॉक्टर उपलब्ध नहीं होने की बात कहकर रेफर कर दिया गया. किसी अस्पताल में संसाधन का अभाव होने की जानकारी दी गई. इस दौरान प्रसूता की हालत लगातार बिगड़ती चली गई. सबसे बड़ी बात है कि औबेदुल्लागंज अस्पताल में प्रसूता को एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं हो पाई. एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से पति को प्रसूता के साथ ऑटो में ही बिठाकर 30 किलोमीटर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकना पड़ा.
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