Bhopal: जैनों के महातीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का विरोध, 21 दिसंबर को प्रतिष्ठान रहेंगे बंद
जैनों के महातीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने से लोगों में गुस्सा है. कल हुई बैठक में विरोध को धार देने के लिए कमेटी गठित की गई. कमेटी का संयोजक बनाकर अन्य सदस्यों की नियुक्ति की गई.
Bhopal News: जैनों के महातीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का विरोध शुरू हो गया है. गुरुवार शाम हुई बैठक में जैन समाज ने लड़ाई को आगे ले जाने का फैसला किया. जैन समाज 21 दिसंबर को राजधानी भोपाल में प्रतिष्ठान बंद रखकर विरोध जताएगा. राजधानी भोपाल के जवाहर चौक स्थित जैन मंदिर परिसर में बैठक का आयोजन किया गया. बैठक के दौरान सर्वसम्मति से लड़ाई को धार देने के लिए एक कमेटी गठित करने का फैसला लिया गया. भोपाल में करीब दस हजार से अधिक जैन समाज के प्रतिष्ठान हैं.
जैनों के महातीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का विरोध
21 दिसंबर को जैन समाज रैली निकालकर विरोध जताएगा. कमेटी का संयोजक अभय गोहिल को बनाया गया है. उन्होंने बताया कि महातीर्थ सम्मेद शिखर हमारी आस्था का केन्द्र है. रोजाना देशभर के कई श्रद्धालु तीर्थ वंदना करने आते हैं. महातीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के बाद अशुद्ध खानपान सहित अन्य गतिविधियां शुरू हो जाएंगी और तीर्थ की पवित्रता को नुकसान होगा. खानपान में अशुद्धता से जैन समाज की आस्था को भी ठेस पहुंचेगी.
21 दिसंबर को राजधानी में प्रतिष्ठान बंद रखकर निकाली जाएगी रैली
समाज के वरिष्ठजनों ने बताया कि सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के विरोध में पहले भी आंदोलन चलाया जा चुका है. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम राज्यपाल को ज्ञापन दिया गया है. ज्ञापन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मांग की गई है कि जैनों के महातीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल न बनाया जाए. जैन समाज की आस्था महातीर्थ सम्मेद शिखर से जुड़ी हुई है. बैठक में 21 दिसंबर को विरोध स्वरूप प्रतिष्ठान बंद रखकर रैली निकाले जाने का सर्वसम्मिति से प्रस्ताव पारित हुआ. कमेटी के संयोजक अभय गोहिवल की अगुवाई में अन्य सदस्यों की नियुक्ति की गई. बैठक में जैन समाज के लोगों की बड़ी संख्या मौजूद रही.