(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: 'नफरत फैलाने का काम कर रहीं प्रज्ञा ठाकुर', खुला पत्र लिखकर 100 से अधिक पूर्व नौकरशाहों ने की कार्रवाई की मांग
Pragya Thakur Statement: ठाकुर ने हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाओं के मद्देनजर कहा था कि हिंदुओं को उन पर और उनकी गरिमा पर हमला करने वालों को जवाब देने का अधिकार है.
भोपाल: देश के 100 से अधिक पूर्व नौकरशाहों ने कथित भड़काऊ भाषण देने के लिए भोपाल (Bhopal) से भारतीय जनता पार्टी की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) के खिलाफ कार्रवाई करने की शनिवार को मांग की. पूर्व नौकरशाहों ने प्रज्ञा द्वारा कर्नाटक (Karnataka) में दिए गए उनके एक भाषण को लेकर दावा किया कि यह 'गैर-हिंदू समुदायों के खिलाफ नफरत फैलाने’ वाला है.
लोकसभा अध्यक्ष के कार्रवाई की मांग
एक खुले पत्र में, पूर्व नौकरशाहों ने कहा कि ठाकुर ने बार-बार भड़काऊ भाषण देने और नफरत फैलाने के चलते संसद सदस्य होने का नैतिक अधिकार खो दिया है. पत्र में कहा गया, ‘संसद के सदनों पर एक विशेष जिम्मेदारी होती है, जो देश के लिए कानून बनाते हैं. निश्चित रूप से इसके सदस्यों को संविधान के सिद्धांतों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. इसलिए, हम लोकसभा के माननीय अध्यक्ष से आग्रह करते हैं कि इस मामले को उचित कार्रवाई के लिए लोकसभा की आचार समिति को तत्काल भेजें.’
शिवमोगा में दिया था 'चाकू की धार' वाला बयान
गौरतलब है कि 25 दिसंबर को कर्नाटक के शिवमोगा (Shivmoga) जिले में हिंदू जागरण वेदिके की दक्षिणी क्षेत्रीय इकाई के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कथित तौर पर कहा था कि ‘हमारे घरों में घुसपैठ’ करने वालों को माकूल जवाब दें. ठाकुर ने हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाओं के मद्देनजर कहा था कि हिंदुओं को उन पर और उनकी गरिमा पर हमला करने वालों को जवाब देने का अधिकार है.
103 नौकरशाहों ने किए पत्र पर हस्ताक्षर
पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले 103 लोगों में दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग (Najeeb Jung), पूर्व विदेश सचिव शिवशंकर मेनन (Shivshankar Menon), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के पूर्व अधिकारी ए.एस. दुलत, जूलियो रिबेरो और अमिताभ माथुर तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के पूर्व अधिकारी टी.के.ए. नायर और के. सुजाता राव शामिल हैं.
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