MP: भोपाल में मासूम से रेप करने वाले स्कूल संचालक को जेल, बच्ची की मां ने अब डॉक्टर पर लगाए ये गंभीर आरोप
MP Crime: बच्ची की मां की ओर से पुलिस कमिश्रर को दी गई शिकायत में बताया गया है कि बच्ची का मेडिकल करने वाले डॉक्टरों ने बच्ची को धमकाया है. मेडिकल के दौरान मां को दूसरे कमरे में बैठाया गया था.
MP Crime News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निजी स्कूल संचालक द्वारा आठ वर्षीय मासूम से रेप करने के बाद पुलिस ने सोमवार (13 मई) को उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जेल में स्कूल संचालक की पहचान कैदी नंबर 843 से होगी. जबकि इसी मामले में सस्पेंड एसआई प्रकाश राजपूत को जमानत मिल गई है. वह आज जेल से रिहा होगा. इधर बच्ची की मां ने कमिश्रर कार्यालय में लिखित शिकायत देकर मेडिकल करने वाले डॉक्टरों पर बेटी को धमकाने का आरोप लगाया है.
बता दें अप्रैल महीने में राजधानी भोपाल के निजी स्कूल में एक आठ वर्षीय मासूम से रेप का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने हॉस्टल की महिला वार्डन सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. एफआईआर दर्ज होने के 13 दिन बाद पुलिस ने सोमवार की देर रात स्कूल संचालक मिनी राज मोदी और एसआई प्रकाश राजपूत को गिरफ्तार किया था. मंगलवार को कोर्ट से दोनों को जेल भेजा गया था. जेल जाते ही स्कूल संचालक मिनी राज मोदी फूट-फूटकर रो रहा था. इधर एसआई प्रकाश राजपूत को कोर्ट से जमानत मिल गई है, जिसे आज रिहा किया जाएगा.
डॉक्टर पर लगा ये आरोप
बच्ची की मां की ओर से पुलिस कमिश्रर कार्यालय में की गई लिखित शिकायत में बताया गया है कि बच्ची का मेडिकल करने वाले डॉक्टरों ने बच्ची को धमकाया है. मेडिकल के दौरान मुझे दूसरे कमरे में बैठाया गया था. मां के अनुसार मेडिकल के बाद बच्ची बोल नहीं रही थी. खाने-पीने में भी उसका मन नहीं लग रहा था. गुमसुम रहने लगी थी तो उससे मैंने चुप रहने की वजह पूछी, तब उसने बताया कि वादा करो अब आप कभी डॉक्टरों के पास नहीं लेकर जाओगी. मैंने हामी भरी, इसके बाद बच्ची ने बताया कि जब आप मेडिकल के दौरान दूसरे रूम में थीं, तब डॉक्टर आंटी ने मुझे डराया था.
क्या है पूरा मामला?
बता दें मिसरोद थाना क्षेत्र में कक्षा दूसरी में पढ़ने वाली आठ वर्षीय छात्रा से बोर्डिंग स्कूल के हॉस्टल में रेप का मामला सामने आया था. यह घटना अप्रैल महीने की थी. घटना से 15 दिन पहले ही अभिभावकों ने बच्ची का दाखिला हॉस्टल में कराया था. बच्ची के पिता बिजनेसमैन हैं, जबकि मां गृहणी हैं. घटना के बाद बच्ची की मां के द्वारा पुलिस को दिए बयान के अनुसार 'हॉस्टल के नियम अनुसार हर रविवार ही परिजन बच्चों से मिल सकते हैं.'
'ऐसे में एक रविवार को बच्ची से फोन पर बात की, तो वह रोने लगी. इसके बाद बच्ची वीडियो कॉल पर बोली कि उसे ब्लीडिंग हुई है. जब मैंने कुछ पूछा तो वार्डन ने फोन कट कर दिया था. इसके बाद मैं तुरंत इंदौर से स्कूल पहुंची और फिर बच्ची को लेकर जेपी अस्पताल गई. यहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में सूजन और ब्लीडिंग हुई है.'
बच्ची की मां ने पुलिस को दिए बयान में आगे बताया कि 'मैं बेटी से मिली तो वह लिपटकर रोने लगी. उसे बाहर लेकर आई तो उसने कार में बताया कि चार-पांच दिन पहले शाम को उसने दाल चावल खाए थे. इसके बाद हॉस्टल की वार्डन ने उसे दोबारा दाल चावल खिलाए थे. रात में जब नींद खुली तो वह अपने कमरे और बिस्तर पर नहीं थी. एक मोटे से दाढ़ी वाले अंकल उसके साथ गलत काम कर रहे थे.'
बच्ची ने आगे बताया कि 'वहीं पास में खड़े अंकल बोल रहे थे कि मोदी साहब, बच्ची को होश आ गया है. अंकल ने दो-तीन बार बोला. इसके बाद मेरी आंख पर हाथ रख दिया.' इधर इस मामले में पुलिस ने बाल कल्याण समिति (Child Welfare Committee) की रिपोर्ट और बच्ची द्वारा मिनी राज मोदी की पहचान के बाद सोमवार की देर रात आरोपी को गिरफ्तार किया था.