Bhopal Crime News: सीधी (Sidhi) जिले में कुछ महीनों पहले आदिवासी युवक के साथ हुए पेशाब कांड जैसा ही मामला भोपाल (Bhopal) में भी हुआ है. यहां कुछ दबंगों ने कोटवार के साथ बेरहमी से मारपीट की और जब वह बेहोश हो गया तो उसके मुंह पर पेशाब की. इतना ही नहीं उन्होंने अनुसूचित जाति ks कोटवार को एक घर में बंधकर बनाकर भी रखा. कोटवार हल्का क्षेत्र के पटवारी के मौखिक निर्देशों पर घटना स्थल पर पहुंचा था.
भोपाल के नजदीकी ग्राम चौपड़ाकलां में कुछ लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर तार फैसिंग की जा रही थी. यह जानकारी जब क्षेत्र के हल्का पटवारी को मिली तो उसने कोटवार को मौखिक आदेश देकर घटना स्थल पर भेजा. कोटवार ने जब उन लोगों को तार फैसिंग से रोका तो आरोपियों ने उसके साथ लात घूसों से जमकर मारपीट की और उसे एक घर में बंधक बनाकर भी रखा. पीडि़त कोटवार ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई है.
कोटवार ने दर्ज कराई शिकायत
पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, फरियादी रामस्वरूप अहिरवार ने थाने में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराई. उसने कहा कि वो ग्राम चौपड़ाकलां का कोटवार है. 10 सितंबर को दोपहर 12 बजे के बीच उसके मोबाइल पर पटवारी अरुण मुदगल का फोन आया. उन्होंने उससे कहा कि ग्राम चौपड़ाकलां स्थित सीलिंग (शासकीय भूमि) पर कोई तार फेसिंग कर रहा है, जाओ जाकर देखो. इसके बाद उनके मौखिक आदेश पर वो मौके पर पहुंचा. मौके पर उसने देखा कि गांव के मस्तान मीना और उसकी लेबर तार फेंसिंग लगा रही थी.
इसके बाद उसने उनसे तार फेंसिंग लगाने से मना किया तो उन्होंने वहां शेरु मीना को बुला लिया, तभी वहां थोड़ी देर में गांव का सरपंच शेरु मीना आ गया. साथ में अभिषेक मीना, तुषा मीना, और लेखराज मीना थी थे. शेरु मीना गाड़ी से आया और उसे गालिया देने लगा. फरियादी ने पुलिस को बताया कि इस पर उसने पटवारी से बात करने को कहां तो शेरू मीना, अभिषेक मीना, तुषार मीना और लेखराज मीना ने उसके साथ लात घूसों से मारपीट की.
रस्सी से बांधकर गाड़ी में पटका
फरियादी ने पुलिस को बताया कि घटना के वक्त तार फैंसिंग करने वाला मस्तान मीना, दीपक मैथिल निवासी इमलिया और गांव के घनश्याम मीना उपस्थित थे, जिन्होंने मौके की घटना देखी है. पीड़ित कोटवारी ने पुलिस को बताया कि शेरू मीना ने जबरदस्ती उसका हाथ रस्सी से बांधा और अपनी स्कार्पियों में पटक दिया. इसके बाद उसे लेकर नाले के पास पहुंच गए. गाड़ी शेरू मीना चला रहा था, उसके बगल में लेखराज मीना बैठा था. वहीं उसके दोनों तरफ अभिषेक मीना और तुषार मीना बैठे थे.
पीड़ित पर किया पेशाब
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि चारों उसे लेकर नाले के पास पहुंचे और उसके साथ मारपीट करने लगे जब वो बेहोश होने लगा, तब शेरू मीना ने उसके ऊपर पेशाब कर दिया. तभी भैय्यालाल मीना निवासी चौपड़ाकलां ने बीच बचाव करने की कोशिश की, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी. पीड़ित ने बताया कि फिर उसे सज्जू मियां ने जबरदस्ती अपनी कार में पटका और शेरू मीना के घर संजीव नगर लेकर गए. गाड़ी सज्जु मियां चला रहा था. उसके बगल में दीपांशु मीना बैठा था. वहीं उसके बगल में तुषार मीना और परवेज खां बैठे थे.
मारपीट कर कमरे में किया बंद
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि संजीव नगर पहुंचकर चारों उसो शेरू मीना के घर के अंदर ले गए, जहां चारों ने उसके साथ मारपीट की और उसे कमरे में बंद कर दिया, जहां वो बेहोश हो गया. यही नहीं उन्होंने उसे घर में बंधक बनाकर भी रखा. उसने बताया कि उसे करीब 2-3 घंटे बाद होश आया तो वहां अशोक मीना, राजू राजपूत बिलखिरिया मंडल अध्यक्ष, दीवार सिंह लोधी सरपंच मुगालिया और वीरू मीना आए थे. जो उन लोगों को समझाकर मुझे लीलावती अस्पताल इलाज के लिए लेकर आए, लेकिन मैंने इलाज नहीं करवाया.
पीड़ित ने बताया कि फिर विक्रम सिंह अहिरवार, राजेश अहिरवार, गनेश अहिरवार थाने लेकर आ गए, यह सभी यह जानते हुए भी कि मैं अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग में आता हूं. वहीं पुलिस ने इस मामले में धारा 294, 323, 365, 342, 34, 3 (1) (ड़), 3 (1) (द),3(1)(घ) 3(2 ) (वीए) एससी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.