Bhopal News: क्या आप जानते हैं भोपाल के सबसे वीआईपी इलाकों में से एक को क्या कहा जाता था? कैसे वक्त गुजरने के साथ इलाके का नाम बदल गया. सबसे वीआईपी इलाका 'चार इमली' किसी जमाने में 'चोर इमली' कहलाता था. क्षेत्र के पीछे बड़ा ही रोचक किस्सा जुड़ा है. झीलों की नगरी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सुंदरता के लिए जानी जाती है. भोपाल कई संस्कृतियों और किस्सों को समेटे बैठा है. ऐतिहासिक धरोहरों के साथ किस्सों की वजह से भी भोपाल की शोहरत है. हाल ही में मुख्यमंत्री का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में मुख्यमंत्री कहते हुए नजर आ रहे हैं कि आज का चार इमली कभी चोर इमली हुआ करता था.
भोपाल का सबसे वीआईपी इलाका 'चार इमली' कैसे हुआ?
एबीपी न्यूज ने चार इमली इलाके का इतिहास जानने की कोशिश की. इतिहासकारों से बातचीत में बड़ा ही रोचक किस्सा निकल कर सामने आया. जानकार सनत जैन बताते हैं कि भोपाल में आज की बसावट वर्षों पहले नहीं हुआ करती थी. इतिहासकार प्रोफेसर भदोरिया बताते हैं कि रोशनपुरा क्षेत्र के बाद भोपाल का इलाका घने जंगलों से घिरा हुआ था. आज भी कोलार के आसपास का इलाका पुराने भोपाल की यादों को साफ-साफ दर्शाता है. भोपाल के आसपास विशाल जंगलों के अवशेष देखे जा सकते हैं.
इमली के घने पेड़ में चोर करते थे माल की हिस्सेदारी
आज वर्तमान में चार इमली का रिहायशी और सबसे वीआईपी इलाका किसी जमाने में चोर इमली के नाम से जाना जाता था. पुराने लोगों का मानना है कि इलाके में इमली के कई सारे घने पेड़ चोर को छुपने की जगह मुहैया कराते थे. साथ ही साथ चोर पेड़ के नीचे माल की हिस्सेदारी भी किया करते थे. इसीलिए पुराने समय में इलाके को चोर इमली के नाम से जाना जाता था. जानकार बताते हैं कि शाम के वक्त लोग चोर इमली इलाके में जाना बिलकुल पसंद नहीं करते थे क्योंकि जान माल का खतरा होता था.
लेकिन वक्त बदलने के साथ सब कुछ बदल जाता है, इतिहास बदल जाता है, सोच बदल जाती है और साथ ही साथ जगह भी बदल जाती है. आज वही चोर इमली का इलाका चार इमली के सबसे रिहायशी इलाकों में से एक माना जाता है. मंत्री, आईएएस, आईपीएस ऑफिसर चार इमली के रिहायशी इलाके में निवास करते हैं. बीते जमाने में भोपाल के अंदर केवल रियासत कालीन या बड़े लोगों के ही बंगले हुआ करते थे. लेकिन आज बदलती हुई तस्वीर में राजधानी भोपाल देश के अंदर एक अनूठा नाम है.