एक बार फिर प्रवासी भारतीय सम्मेलन जैसे बड़े आयोजन की तरह इंदौर सजेगा और संवरेगा.केन्द्र सरकार ने पहली बार राष्ट्रीय स्मार्ट सिटी शिखर सम्मेलन की मेजबानी का जिम्मा भी इंदौर को दिया है. आगामी 27 से 29 सितम्बर तक आयोजित इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में 2 हजार अतिविशिष्टों का जमावड़ा रहेगा, जिसमें देशभर में घोषित किए गए 100 स्मार्ट सिटी के सीईओ सहित अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे.


राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू इस अवसर पर विशेष रूप से मौजूद रहेंगी और पहले ही दिन 27 सितम्बर को आयोजित अवॉर्ड सेरेमनी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से संबंधित अवॉर्ड बांटेंगी. लगभग 62 अवॉर्ड दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी राष्ट्रपति की अगवानी के लिए इस अवसर पर मौजूद रहेंगे. मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्रालय को आयोजन का संयोजक बनाया गया है.


पुलिस प्रशासन, नगर निगम,विकास प्राधिकरण सहित अन्य विभागों ने इस अति महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी है. इस साल इंदौर में वैसे तो प्रवासी सम्मेलन के साथ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और उसके बाद जी-20 की बैठकें भी आयोजित की गई. मगर यह दूसरा मौका है जब प्रवासी सम्मेलन की तर्ज पर इंदौर को एक और बड़े आयोजन की जिम्मेदारी केन्द्र सरकार ने सौंपी है. लगातार 6 बार स्वच्छता में नम्बर वन रहने के चलते ये सभी आयोजन इंदौर की झोली में आए हैं. 


एक नजर में पढ़ें कार्यक्रम की खास बातें



  • स्मार्ट सिटी के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन अगले महीने इंदौर में

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी उदघाटन

  •  100 स्मार्ट सिटी के जनप्रतिनिधि, अधिकारी तथा विशेषज्ञ शामिल होंगे

  •  2,000 से ज़्यादा विशिष्टजन सम्मिलित होंगे

  •  उत्कृष्ट कार्य करने वाले शहर सम्मानित होंगे

  •  केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय का आयोजन

  • पहली बार ये आयोजन इंदौर में

  •  सांसद लालवानी ने पीएम को पत्र लिखा था

  •  प्रवासी भारतीय दिवस, ग्लोबल समिट और जी-20 की बैठक के बाद इंदौर को एक और राष्ट्रीय स्तर के बड़े आयोजन का मौका मिला.

  • स्वच्छता में लगातार नंबर वन आने एवं इसी कॉन्फ्रेंस में पिछले साल देश भर में प्रथम आने के बाद सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह आयोजन इंदौर में करने का अनुरोध किया था.

  •  इस आयोजन के तैयारियों से जुड़ी बैठक 24 अगस्त को इंदौर में रखी गई है.

  • ' वर्ष 2018 में सबसे पहले शहरों द्वारा किए गए इनोवेशन, इम्पैक्ट और स्केलेबिलिटी को हाईलाइट करने के लिए इंडियन स्मार्ट सिटीज अवॉर्ड कांटेस्ट (आईएसएसी) की शुरुआत की गई थी.

  •  इस श्रृंखला में पहले अवॉर्ड सेरिमनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे और उसके बाद से लगातार इस अवार्ड का महत्व बढ़ता गया.

  •  पिछले साल सूरत में आयोजित आईएसएसी 2022 में 77 शहरों से, 15 कैटेगरी में 845 से ज्यादा एप्लीकेशन आई थीं.


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