Bilaspur Corona Update: देश में एक बार फिर से कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी दिखनी शुरू हो गई है. हालांकि देश में बड़े पैमाने पर चलाए गए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान का ही असर है कि बहुत कम मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है. वहीं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान पर भी असर पड़ता दिख रहा है. दरअसल बिलासपुर जिले में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में उदासीनता दिखाई दे रही है. दरअसल 12 साल से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह की कमी देखी गई. शुक्रवार को जिले में सिर्फ 338 लोगों को टीका लगा. इसमें भी सिर्फ 41 बच्चों को ही वैक्सीन लग सकी.


बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह में कमी


स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के हिसाब से जिले में अभी भी 80000 से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है. इसमें ज्यादातर 18 साल से ऊपर आयु वर्ग वाले शामिल हैं. वहीं अभी 12 से 14 साल के बीच के बच्चों का भी टीकाकरण किया जा रहा है. जिले में इस आयु वर्ग के 90 हजार बच्चों को टीका लगाने का टारगेट रखा गया था. लेकिन अभी तक सिर्फ 60 हजार बच्चों का ही वैक्सीनेशन हो पाया है.


MP News: रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने खजुराहो में की अहम बैठक, स्टेशन पहुंचकर यात्रियों से की बात, वीडियो वायरल


स्वास्थ्य विभाग ने की टीका लगवाने की अपील


वहीं जिले में हर दिन कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़ने के बजाय कम होता दिख रहा है. गुरूवार को 438 लोगों को वैक्सीन लगी थी तो वहीं शुक्रवार को ये आंकड़ा 338 हो गया. आंकड़ों के मुताबिक जिले में 60 साल से ऊपर के 96 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. वहीं 45 से 59 साल आयु वर्ग में 90 प्रतिशत तो  18 से 44 साल आयु वर्ग में 91 प्रतिशत लोगों वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं 15 से 17 आयु वर्ग में 90 प्रतिशत ने पहली डोज लगवा ली है. कुल मिलाकर जिले में 83 प्रतिशत ने दोनों डोज ली है. ऐसे में अभी भी 12 साल से नीचे के बच्चों को छोड़कर 17 प्रतिशत को टीका लगाना बाकी है. वैक्सीनेशन में कमी की वजह से ना सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है बल्कि अब जागरूकता अभियान में भी तेजी लाई जा रही है.


MP Board Result 2022: इस तारीख तक घोषित हो सकते हैं मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा के नतीजे, इन आसान स्टेप्स से डाउनलोड करें स्कोर कार्ड