MP Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार (2 मार्च) को 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी. इसमें मध्य प्रदेश की 29 में से 24 सीटों के उम्मीदवारों के नाम का एलान किया गया है. मध्य प्रदेश में पार्टी ने चौंकाते हुए अपने उन दो सांसदों को फिर से मैदान में उतारा है, जो तीन माह पहले ही विधानसभा का चुनाव हार गए थे.
भारतीय जनता पार्टी ने मंडला सुरक्षित सीट से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते (Faggan Singh Kulaste) और सतना से सांसद गणेश सिंह पटेल को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा है. सबसे खास बात यह है कि ये दोनों ही नेता नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुके हैं. पार्टी में विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा था.
फग्गन सिंह कुलस्ते पर BJP ने इसलिए लगाया दांव
लोकसभा के सदस्य नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप सिंह और रीति पाठक ने तो विधानसभा का चुनाव जीत लिया और मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो गए. इसके बाद केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह पटेल की लोकसभा की टिकट पर संशय के बादल छाए हुए थे. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मंडला के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के कद का कोई आदिवासी नेता न होने के कारण पार्टी ने एक बार फिर उनके ऊपर दांव लगाया है.
फग्गन सिंह कुलस्ते 6 बार मंडला से चुके हैं जीत
बात मंडला लोकसभा सीट के इतिहास की करें तो साल 1996 से अब तक बीजेपी के आदिवासी नेता और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते छह बार यहां से जीत दर्ज कर चुके हैं. हालांकि, साल 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार बसोरी सिंह मसराम से हार का सामना करना पड़ा था. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते फग्गन सिंह कुलस्ते एक बार फिर मंडला जिले के सांसद बन गए. इसके बाद से फग्गन सिंह कुलस्ते पीएम मोदी के मैजिक के सहारे इस सीट को बीजेपी का मजबूत गढ़ बनाए हुए हैं.
फग्गन सिंह कुलस्ते ने दी प्रतिक्रिया
लोकसभा की टिकट मिलने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा,"एक बार पुनः विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी द्वारा मंडला लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने पर यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और शीर्ष नेतृत्व को हृदय से धन्यवाद देता हूं." साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मंडला लोकसभा सीट पर बीजेपी के फग्गन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के कमल मरावी को हराया है.
97 हजार वोट से जीते थे कुलस्ते
सातवीं बार सांसद बने कुलस्ते ने मतगणना के शुरुआती दौर से ही बढ़त बना ली थी. फग्गन सिंह कुलस्ते को 7 लाख 37 हजार 266 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस के कमल मरावी को 6 लाख 39 हजार 592 वोट मिले. मंडला सीट से फग्गन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के कमल सिंह मरावी को 97 हजार 674 वोटों के अंतर से हराया था. इसी तरह सतना लोकसभा क्षेत्र से भी जातीय समीकरण के चलते बीजेपी ने मौजूदा सांसद गणेश सिंह पटेल को अपना चेहरा बनाया है.
गणेश सिंह पटेल 5वीं बार सतना से लड़ेगे चुनाव
पार्टी ने उन्हें पांचवीं बार सतना सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. गणेश सिंह साल 2004 से लगातार सतना सीट पर जीत हासिल कर यहां से सांसद निर्वाचित होते आ रहे हैं. कुर्मी और पटेल वोटरों के प्रभाव वाली इस सीट पर पार्टी को गणेश सिंह के कद का कोई नेता नहीं दिखा. जिसके कारण विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद लोकसभा चुनाव में एक बार फिर उनके ऊपर दांव खेला गया है. वहीं सतना से बीजेपी का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद गणेश सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी खुशी जाहिर की और प्रतिक्रिया दी.
गणेश सिंह ने जताया BJP के केंद्रीय नेतृत्व का आभार
गणेश सिंह ने सोशल मीडिया एक्स लिखा कि, भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सतना संसदीय क्षेत्र से मुझे पुनः जनसेवा और राष्ट्रसेवा का अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोटिश आभार. मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. सतना संसदीय क्षेत्र मेरा परिवार है. यहां की जनता जनार्दन ने मुझे चार बार सांसद के रूप में चुनकर सेवा करने का सौभाग्य दिया है. एक बार पुनः पार्टी ने अपने इसी परिवार की सेवा का अवसर मुझे दिया है. मेरे शरीर का प्रत्येक कण और जीवन का प्रत्येक क्षण अपने सतनावासियों के लिए समर्पित है. जनकल्याण और विकसित भारत का संकल्प लेकर हम सभी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 400 से अधिक सीटें अवश्य प्राप्त कर सरकार बनायेंगे एवं सतना संसदीय क्षेत्र से राष्ट्र आराधना में कमल पुष्प अवश्य अर्पित करेंगे.
बता दें कि, गणेश सिंह ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 2 लाख 31 हजार 473 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में उन्हें 5 लाख 88 हजार 753 मत मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी राजाराम त्रिपाठी को 3 लाख 57 हजार 280 वोट मिले थे. इसके पूर्व के चुनावों में गणेश सिंह पूर्व डिप्टी स्पीकर डॉ राजेन्द्र कुमार सिंह, पूर्व सांसद दिवंगत सुखलाल कुशवाहा और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को भी पराजित कर चुके हैं.