MP Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट जारी कर दी है. मध्य प्रदेश की गुना लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya scindia) को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है. सिंधिया लगातार छठी बार इस लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में होंगे. गुना से लोकसभा टिकट मिलने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे गुना के बहनों-भाईयों की सेवा का जो अवसर दिया है, वो मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने गुना से मौजूदा सांसद केपी यादव ने भी इस सीट से जोर-शोर से दावेदारी पेश की थी. ऐसा माना जाता है कि रायशुमारी में केपी यादव के लिए सियासी माहौल बना था. लेकिन अंत में उनके नाम पर मुहर नहीं लग पाई और सिंधिया को पार्टी ने यहां से प्रत्याशी घोषित कर दिया.
गुना की जनता मुझे अपना आशीर्वाद देगी-सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा- बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने मुझे गुना के बहनों-भाईयों की सेवा का जो अवसर दिया है, वो मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है. इस विश्वास के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी का हार्दिक धन्यवाद करता हूं.
मुझे आशा और विश्वास है कि गुना की मेरी भगवान समान जनता मुझे अपना आशीर्वाद देगी. मैं अपनी तरफ से उनकी उम्मीदों पर हर प्रकार से खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा. फिर एक बार मोदी सरकार!''
2019 में गुना सीट से सिंधिया को मिली थी मात
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी में रहने के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना सीट से मात खानी पड़ी थी. साल 2020 में सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए थे. गुना से इस बार टिकट मिलने के बाद चुनावी मैदान के जरिए एक बार फिर से वो जनता के बीच सक्रिय होकर अपनी पैठ बनाने की कोशिश करेंगे. हालांकि पिछले 5 सालों में गुना से बीजेपी के मौजूदा सांसद केपी यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के बीच मतभेद और एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी को लेकर खबरें सुर्खियों में रही हैं.
केपी यादव ने रचा था इतिहास
बता दें कि केपी यादव भी पहले कांग्रेस में ही थे और बाद में वो बीजेपी में आ गए थे. 2019 में केपी यादव ने सिंधिया को भारी अंतर से चुनाव में पटखनी देकर इतिहास रच दिया था. साल 2014 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 1 लाख 20 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी. लेकिन 2019 लोकसभा के चुनाव में सिंधिया को BJP के केपी यादव ने 1 लाख 25 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया था. 14 बार लगातार अजेय रहने वाले सिंधिया राजपरिवार के किसी उम्मीदवार की गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में तगड़ा झटका लगा था.
ये भी पढ़ें: