MP: बीजेपी के जिला अध्यक्ष पर मृतक व्यक्ति की जमीन हड़पने का आरोप, पीड़ित परिवार पहुंचा कोर्ट
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बीजेपी जिला अध्यक्ष पर मृतक व्यक्ति की जमीन हड़पने के आरोप लगाए गए हैं. पीड़ित परिवार ने न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है.
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बीजेपी जिला अध्यक्ष पर मृतक व्यक्ति की जमीन हड़पने के आरोप लगाए गए हैं. पीड़ित परिवार का कहना है कि तहसीलदार से लेकर कलेक्टर और कमिश्नर तक को आवेदन दिया. लेकिन उनका आरोप है कि किसी ने पीड़ित की फरियाद नहीं सुनी आखिर में थक हार कर परिवार ने अदालत का दरवाजा खटखटाया.
मामला सीएम शिवराज सिंह चौहान की बुधनी विधानसभा से जुड़ा है. पीड़ित परिवार के मुताबिक बुधनी विधानसभा के गोपालपुर गांव में बीजेपी के जिला अध्यक्ष रवि मालवीय रहते हैं. 2005 में रवि मालवीय के परिवार ने गांव के ही रहने वाले दिनेश शर्मा और राकेश शर्मा से छह एकड़ जमीन खरीदी. दिनेश और राकेश दोनों सगे भाई थे. दोनों के पास दस एकड़ जमीन थी जिसमें से दोनों भाइयों ने 6 एकड़ जमीन रवि मालवीय के परिवार को बेच दी.
पीड़ित परिवार के मुताबिक इसके बाद दोनों भाइयों के पास 4 एकड़ जमीन बची. वर्ष 2006 में भाइयों में विवाद हुआ और राकेश ने अपने भाई दिनेश की हत्या कर दी. राकेश जेल गया और जेल से आने के बाद उसकी भी मृत्यु हो गई.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि राकेश और दिनेश की मृत्यु के बाद उनकी 4 एकड़ जमीन पर मौका देखकर रवि मालवीय ने कब्जा कर लिया. 2006 से ही रवि मालवीय ने इस 4 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया. उनका आरोप है कि इस जमीन में से ही भाजपा जिला अध्यक्ष रवि मालवीय ने कुछ जमीन अस्पताल बनाने के लिए दान कर दी.
परिवार का आरोप है कि इस बात की जानकारी मिलने के बाद 2006 से ही पीड़ित परिवार तहसीलदार एसडीएम कलेक्टर और कमिश्नर तक को आवेदन दे रहा है. लेकिन किसी अधिकारी ने इस पर कार्रवाई नहीं की. पीड़ित परिवार के परिजन ने इस मामले में अदालत की शरण ली. मृतक राकेश और दिनेश के परिजनों ने कोर्ट में आवेदन लगाकर रवि मालवीय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जमीन वापस दिलाने की गुहार लगाई है. परिजनों का आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय ने जमीन का फर्जी दान पत्र देकर गोपालपुर में मृतक दिनेश शर्मा की जमीन पर सरकारी अस्पताल बनवा दिया.
जब इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी जिलाध्यक्ष रवि मालवीय से बातचीत की तो उनका कहना है यह सब आरोप गलत है. अगर उनका अधिकार बनता है तो यह जमीन उनके परिवार को मिलेगी.
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