MP Politics: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) द्वारा महिलाओं के कपड़ों पर दिए गए बयान पर कालापीपल से कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी (Kunal Chowdhary) ने पलटवार किया है. विधायक चौधरी ने बीजेपी (BJP) नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया है. विधायक ने कहा कि "बीजेपी के नेता महिलाओं के कपड़े ही देखते हैं." वहीं विधायक चौधरी ने राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सोच को तालीबानी बताया है.


"पीएम भी कर चुके हैं महिला को अपमानित" 
बता दें कि चुनावी साल में मध्य प्रदेश में नेताओं की बयानबाजी में तीखापन आता जा रहा है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के महिलाओं के कपड़ों को लेकर दिए बयान पर कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी पलटवार करते हुए उनकी सोच को तालिबानी सोच बताया है. विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि बीजेपी के दिल मे महिलाओं के प्रति नफरत है.


बीजेपी की सोच महिलाओं को निम्न स्तर का बनाने में लगी है. महिलाओं को चारदीवारी के अंदर रखा जाए, यही सोच है. विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सूर्पनखा शब्द का इस्तेमाल कर महिला जनप्रतिनिधि को अपमानित कर चुके हैं. 


कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहा था
बता दें कि बीते दिन बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने महिलाओं के कपड़ों को लेकर बयान दिया ​था. उन्होंने कहा था कि "मैं आज भी जब निकलता हूं, पढ़े-लिखे नौजवानों, बच्चों को झूमते हुए देखता हूं तो सच में ऐसी इच्छा होती है कि पांच-सात ऐसी दूं कि उनका नशा उतर जाए. सच कह रहा हूं, भगवान की कसम.


हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोलूंगा. लड़कियां भी इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि अपन महिलाओं को देवी बोलते हैं, उनमें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखता. बिल्कुल शूर्पणखा लगती हैं. सच में अच्छा सुंदर भगवान ने शरीर दिया है. जरा अच्छा कपड़ा पहनो. बच्चों में आप संस्कार डालिए. मैं बहुत चिंतित हूं." 


कैलाश विजयवर्गीय को मिला मंत्री का साथ
राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान का मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने समर्थन किया है. मंत्री ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि "देश में जिस तरह से पाश्चात्य संस्कृति हावी हो रही है, इसे आप और हम सभी नित्य प्रतिदिन देख रहे हैं.


आप जरा वेदों को उठाकर पढ़िए तो. उन्होंने कहा कि हमारे वस्त्र कैसे हों, हमारा रहन सहन कैसा हो. हमारे वस्त्र इतने शालीन और सभ्य होने चाहिए कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर हमें देखकर किसी के भी मन में कोई दुर्भावना जन्म न ले."


यह भी पढ़ें : MP Siyasi Scan: मध्य प्रदेश में किसे कहा जाता है 'पैराशूट मुख्यमंत्री'? जानें MP की सियासत का दिलचस्प किस्सा