(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Watch: बीजेपी नेता ने नाबालिग बेटे से वोट डलवा सोशल मीडिया पर शेयर किया वीडियो, कांग्रेस ने घेरा तो हुआ एक्शन
MP Lok Sabha Election: इस कांग्रेस नेता पीयूष बबेले ने इस मामले को लेकर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बीजेपी ने चुनाव को मजाक बना रखा है. वहीं अब कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
MP Lok Sabha Election 2024: भोपाल लोकसभा क्षेत्र में जिला पंचायत सदस्य द्वारा अपने नाबालिग बेटे से वोट डलवाने के वायरल वीडियो के बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने एक्शन लिया है. कलेक्टर ने बैरसिया एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं. जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई की बात कही है. बैरसिया के खितावास पीठासीन अधिकारी संदीप सैन भेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य और बीजेपी नेता विनय मेहर पर भी एफआईआर दर्ज कार्रवाई गई है.
सात मई को तीसरे चरण की मतदान प्रक्रिया के दौरान भोपाल लोकसभा सीट की बैरसिया विधानसभा सीट अंतर्गत भोपाल जिला पंचायत सदस्य विनय मेहर ने अपने नाबालिग बेटे से अपना वोट डलवाया था. वोट डालते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल किया था. हालांकि मामला सुर्खियों में आने के बाद वीडियो डिलीट कर दिया था. इधर इस मामले के बाद कांग्रेस हमलावर हुई और चुनाव के आयोग से शिकायत की.
'चुनाव आयोग को बच्चों का मजाक बनाया'
मामले को सामने आने के बाद कांग्रेस नेता पीयूष बबेले ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि बीजेपी ने चुनाव आयोग को बच्चों का मजाक बना दिया है. भोपाल के जिला पंचायत सदस्य विनय मेहर ने नाबालिग बेटे से डलवाया वोट. वोट डालते वक्त का विनय मेहर ने वीडियो भी बनाया. वीडियो फेसबुक पर विनय मेहर ने किया पोस्ट.
दोषियों पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर भोपाल के सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा कि बैरसिया विधानसभा में लोकसभा निर्वाचन से संबंधित वीडियो के संबंध में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने एसडीएम बैरसिया को जांच के आदेश दिए हैं, कार्यवाई प्रचलन में है. जांच में दोषी पाए जाने पर पीठासन अधिकारी एवं संबंधित शख्स पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एसडीएम ने शुरू की जांच
इधर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से मिले निर्देशों के बाद बैरसिया एसडीएम और एसडीओपी ने जांच शुरू की है. कलेक्टर ने कहा कि जांच सही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी, वहीं पीठासीन अधिकारी को भी निलंबित किया जाएगा.
ये भी पढ़ें
छिंदवाड़ा में वोटिंग के बाद से कमलनाथ-नकुलनाथ नदारद, क्या कर रहे दिग्विजय सिंह और शिवराज चौहान?