MP News: मध्य प्रदे के सागर जिले के खुरई से बीजेपी विधायक और पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कॉल डिटेल निकालकर पुलिसकर्मियों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. इस आरोप से बवाल मचा हुआ है. उन्होंने उप मुख्यमंत्री और सागर जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ला के सामने यह मुद्दा उठाया. बुधवार को जिला योजना समिति की बैठक में भूपेंद्र सिंह ने कहा- स्थानीय पुलिस अधिकारी एसपी और आईजी की अनुमति के बगैर कुछ लोगों के फोन नंबर और मोबाइल का सीडीआर निकाल रहे हैं, इनका मिसयूज किया जा रहा है. 


उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए जांच कराने की बात कही है. उधर इस मुद्दे पर पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और डीजीपी को पत्र भी इस संबंध में जांच कराने के लिए पत्र लिखा है. 


दरअसल, सागर में बुधवार को जिला योजना समिति की बैठक में शुक्ला अलग-अलग विभागों के कामों की समीक्षा कर रहे थे. इसी दौरान सिंह ने कहा- एसपी, आईजी की अनुमति के बगैर स्थानीय पुलिस अधिकारी कुछ लोगों के मोबाइल का सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) निकाल रहे हैं और लोगों पर दवाब बना रहे हैं. 


सीएम और डीजीपी को लिखा पत्र
इस मामले में पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि पिछले कुछ महीने से मोबाइल फोन की सीडीआर निकालने के मामले सामने आ रहे हैं. आमतौर पर किसी के लापता होने है अपराधी की तलाश में सीडीआर निकालती है और तफ्तीश करती है, लेकिन कुछ शिकायतें आई हैं कि पुलिस लोगों को धमका रही है. पैसे भी वसूल रही है. 


उन्होंने बताया, "पुलिस व्यवस्था में आईजी और एसपी की अनुमति के बगैर सीडीआर नहीं निकलती है, लेकिन बगैर अनुमति के सीडीआर निकाल कर लोगों को परेशान किया जा रहा है. पिछले कुछ महीनों में मेरे पास इस तरह की शिकायत लेकर लोग आए, जिसको मैंने जिला योजना समिति की बैठक में बताया. प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं."


उन्होंने बताया, "सीडीआर के मामले को लेकर मैंने मुख्यमंत्री आर डीजीपी को पत्र लिखा है. इसमें सीडीआर कितने लोगों की पिछले कुछ दिनों में निकली गई, इसके पीछे कया कारण है? इन सभी की विस्तृत जांच होना चाहिए."


मामले की जांच कराई जाएगी: एएसपी 
सागर के एडिशनल एसपी डॉ. संजीव उईके ने बताया कि मामला सामने आया है, लेकिन अब तक कोई भी पीड़ित पुलिस के पास शिकायत करने नहीं आया है. हालांकि पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह से मिलकर बात करेंगे. मामले की जांच कराई जाएगी. अगर जांच में कोई दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, "जब पूर्व गृहमंत्री इस प्रदेश में असुरक्षित हैं तो संदेश साफ है कि यहां माफिया का राज है." पटवारी ने भोपाल में गुरुवार सुबह कहा, 'पूर्व गृह मंत्री रो रहे हैं कि मुझे धमकियां मिल रही हैं. हम बार-बार कह रहे हैं कि यह मोहन यादव की सरकार नहीं है, बीजेपी की सरकार नहीं है, जनता की भी सरकार नहीं है. ड्रग और भू माफिया की सरकार है. मुझे दुख है कि यहां जनता का राज नहीं, जंगल राज है.'






बीजेपी खुफिया तंत्र का गलत इस्तेमाल कर रही है: विवेक तन्खा 
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने X पर लिखा कि क्या बीजेपी के नेता ही सरकार के लिये खतरा बन रहे हैं!  पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह जी  के आरोप अत्यंत गंभीर हैं. फोन के साथ छेड़ छाड़ गैरकानूनी है. भूपेन्द्र जी काफ़ी भावुक थे. देश और सुप्रीम कोर्ट का कानून हर व्यक्ति के सुरक्षा के लिए है. इसमें तुरंत तफ़तीश होनी चाहिए.


मोहन सरकार बंटाधार करने पर तुली: कांग्रेस
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पर लिखा, "पूर्व गृहमंत्री और भाजपा विधायक भूपेंद्र सिंह की शिकायत है कि पुलिस अनधिकृत रूप से कॉल डिटेल्स निकालकर लोगों को धमका रही है! मोहन सरकार के गृहमंत्री की विफलता प्रदेश में कानून व्यवस्था का बंटाधार करने पर तुली है! हद यह है कि एक के बाद भाजपा के ही जनप्रतिनिधियों की शिकायतों के बावजूद सरकार कदम उठाने को तैयार नहीं है!"


विनोद आर्य की रिपोर्ट.