MP Politics: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले को ग्रीन फील्ड सिटी (Green Feild City) के रूप में चयनित किए जाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है.इसके लिए केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) से जबलपुर के सांसद राकेश सिंह (BJP MP Rakesh Singh) ने दिल्ली में भेंट कर एक मांग पत्र भी सौंपा.उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए जबलपुर की जमकर पैरवी की.जबलपुर में न्यू ग्रीन फील्ड सिटी बनाने की वकालत पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh Chouhan)ने भी की थी.


देश में कितनी ग्रीन फिल्ड सिटी बनेंगी


यहां बता दें कि केंद्र सरकार ने देशभर में आठ ग्रीन फील्ड सिटी चुने जाने के लिए सभी राज्यों से प्रस्ताव मांगे हैं. हर राज्य से जाने वाले प्रस्तावों में से उन 8 शहरों को चुना जाएगा,जहां पर्याप्त जगह,संसाधन और निवेश की संभावना अधिक होगी.मध्य प्रदेश से जबलपुर के साथ इंदौर के पीथमपुर को ग्रीन फील्ड सिटी में शामिल करने का प्रस्ताव राज्य सरकार द्वारा तैयार किया गया है.


वहीं,जबलपुर के सांसद ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि जबलपुर अपनी विशिष्टताओं और अपेक्षित संसाधनों की समृद्धता के कारण ग्रीन फील्ड सिटी के मापदंडों को पूरा करता है.इसके साथ ही महाकौशल क्षेत्र के विकास के लिए इसे ग्रीन फील्ड सिटी बनाया जाना आवश्यक है.सांसद सिंह ने बताया ग्रीन फील्ड सिटी के रूप में चयनित किए जाने के लिए तय मापदंड के मुताबिक नगर निगम सीमा के अंदर 332 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है.उन्होंने कहा कि प्रस्तावित स्थल नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट के समीप स्थित है.साथ ही यहां विद्युत और जल की प्रचुर मात्रा उपलब्ध है.यहां से ही मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी रिंग रोड गुजरेगी.यह प्रस्तावित स्थल राष्ट्रीय राजमार्ग-30 के समीप होने के साथ ही ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन से 3 किमी और डुमना एयरपोर्ट से 14 किमी की दूरी पर स्थित है.


जबलपुर की विशेषताएं क्या हैं
सांसद राकेश सिंह ने केंद्रीय  केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को बताया कि जबलपुर औद्योगिक रूप से समृद्ध क्षेत्र है.यहां टेक्सटाइल उद्योग की अपार संभावना है. यहां कुशल श्रमिकों की उपलब्धता है,जो किसी भी उद्योग के लिए सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है.जबलपुर में रेडीमेड गारमेंट की 257 इकाइयां हैं. इनमें करीब पांच हजार लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है.यदि ग्रीन फील्ड सिटी के रूप में इसका विकास होगा तो लगभग 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा.साथ ही निवेशक भी यहां आएंगे.


जबलपुर देश के मध्य में होने के साथ ही यहां से 200 किमी की परिधि में चार नेशनल पार्क हैं.ये कान्हा, पेंच, बांधवगढ़ और पन्ना नेशनल पार्क हैं.इसके साथ ही जबलपुर के पास ही खजुराहो,पचमढ़ी,अमरकंटक और चित्रकूट भी स्थित हैं.संगमरमरी सौंदर्य के लिए विश्व प्रसिद्ध वॉटर फॉल भेड़ाघाट भी यहीं है.ग्रीन फील्ड सिटी के रूप के लिए जबलपुर को चुना जाता है तो यहां रोजगार के साथ-साथ औद्योगिक विकास और पर्यटन बढ़ेगा.


ये भी पढ़ें


Indore Crime News: शादी समारोह में मोबाइल चोरी करते हुए पकड़ा गया युवक, लोगों ने जमकर धुनने के बाद पुलिस को सौंपा