Lok Sabha Election 2024: 'सिर्फ मुंह से 400 पार मत कहो...', एमपी में 'मिशन 29' प्लान पर बीजेपी की तैयारी तेज
MP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी एमपी में एक्टिव मोड में आ गई है. बीजेपी के बड़े नेता लगातार बैठक कर आगे की रणनीति बनाने में जुटे हैं. प्रदेश को 7 कलस्टर जोन में बांटा गया है.
MP Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश में 'मिशन 29' के लिए बीजेपी ने जोरशोर तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी ने 'मिशन 29' के तहत सूबे की सभी 29 लोकसभा सीटों को जीतने के लिए स्पेशल प्लान तैयार किया है. कांग्रेस नेताओं को बीजेपी में शामिल करने का प्रोग्राम मिशनरी मोड में चलाने को कहा गया है. इसी बीच बीजेपी ने अचानक लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए क्लस्टर प्रभारियों की जवाबदारी बदल दी है. अब जबलपुर संभाग की जिम्मेदारी प्रहलाद पटेल की जगह कैलाश विजयवर्गीय की होगी.
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए भी विधानसभा चुनाव की तरह जमीनी स्तर पर मजबूती के साथ तैयारी शुरू की है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से संगठन ने 2023 का विधानसभा चुनाव प्रत्येक बूथ पर लड़ा था, उसी तरह लोकसभा चुनाव भी प्रत्येक बूथ पर 10 फीसदी वोट शेयर बढ़ाने के संकल्प के साथ लड़ा जाएगा.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के मुताबिक साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 58 फीसदी वोट हासिल किया और पार्टी ने 29 में से 28 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार बूथ पर 10 फीसदी वोट बढ़ाने यानी 68 से 70 फीसदी वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने दावा किया कि यह लक्ष्य हासिल करते हुए इस बार सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेंगे.
साल 2019 में कांग्रेस एक सीट पर सिमटी
यहां बताते चलें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मध्य प्रदेश की 29 में से 27 सीटें जीती थी. केवल छिंदवाड़ा से कमलनाथ और गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया ही कांग्रेस को दो सीट पर विजय दिला सके थे. इसी तरह साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 29 में से 28 सीटों बीजेपी ने जीत का परचम लहराया था. साल 2019 लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से हार का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा से ही जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी. छिंदवाड़ा से पूर्व सीएम कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ चुनावी रण में थे.
'सिर्फ मुंह से 400 पार मत कहो'
इसी बीच भोपाल में लोकसभा चुनावों को लेकर प्रभारी, सभी लोक सभाओं के संयोजक, प्रभारी और विस्तारक की बैठकें हुईं. इन बैठकों में बीजेपी राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह एवं सह प्रभारी सतीश उपाध्याय भी उपस्थित रहे. बैठक के दौरान राष्ट्रीय महासचिव संतोष ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में पार्टी को अभी तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करना है. उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि सिर्फ मुंह से 400 पार मत कहो. इसके लिए जी-जान से जुट जाएं. बी एल संतोष ने कहा कि इसके अलावा छिंदवाड़ा को भी जीतने की तैयारी करो. इसी तरह पिछले 25 साल में जो भी नेता पंच-सरपंच का चुनाव लड़ा हो, उसे बीजेपी में शामिल कराओ.
क्लस्टर के प्रभार बदले
बीजेपी ने अब मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को जबलपुर, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला को भोपाल, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा को इंदौर, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह को ग्वालियर, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को सागर, मंत्री विश्वास सारंग को उज्जैन और मंत्री प्रहलाद पटेल को रीवा क्लस्टर का जिम्मा दिया गया है. यह बदलाव खुद पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने किया है. पूर्व में इन सभी क्लस्टर प्रभारियों को उनके क्षेत्र का ही जिम्मा दिल्ली से दिया गया था.
क्लस्टर प्रभारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया. इसके तुरंत बाद अलग-अलग क्लस्टर प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में बैठक भी की. क्लस्टर प्रभारी में परिवर्तन के मुख्य रुप से तीन कारण बताये जा रहे हैं. पहला, इनमें से कुछ खुद लोकसभा चुनाव की दावेदारी पेश कर रहे हैं. दूसरा, अगर वे दावेदारी नहीं करेंगे तो दूसरे जो संभावित हैं, उनमें और करीबियों में अंतर नहीं कर पाएंगे. तीसरा, खुद का क्षेत्र होने के कारण समन्वय प्रभावित रहेगा.
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